आनंद विभाग के मास्टर ट्रेनरों ने अल्पविराम के जरिये प्रतिभागियों की कराई स्वयं की स्वयं से मुलाकात
भाग दौड़ भरी जिंदगी को सुखद मंगलकारी बनाने के उद्देश्य से जिले के शासकीय महाविद्यालय बिछुआ में गुरूवार को राज्य आनंद संस्थान के द्वारा अल्पविराम कार्यक्रम संपन्न हुआ। कार्यक्रम की शुरुआत मां सरस्वती के पूजन-अर्चन के साथ हुई। कार्यक्रम में अतिथि के रूप में राज्य आनंद संस्थान की मास्टर ट्रेनर सुश्री दीप्ति ठाकुर व श्री मुकेश करूआ, महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ.आर.पी.यादव, वरिष्ठ प्राध्यापक डॉ.पूजा तिवारी, डॉ.साक्षी सहारे आदि मौजूद थे।
आनंद विभाग के मास्टर ट्रेनर श्री मुकेश करूआ ने आनंद का परिचय कराते हुए मानवीय जीवन के सुखद पलों का अनुभव कराया। जबलपुर से आई मास्टर ट्रेनर सुश्री दीप्ति ठाकुर ने कार्यक्रम में सम्मिलित प्रतिभागियों की स्वयं की स्वयं से मुलाकात कराई। साथ ही संबंध के सुधार की दिशा में कार्य करने के लिए प्रेरित किया। अलग-अलग सत्रों के माध्यम से प्रतिभागी प्राध्यापकों व सहायक प्राध्यापकों को अल्पविराम के माध्यम से जीवन को सुखद परिवर्तन की ओर अग्रसर करने का प्रयास किया गया। प्राचार्य डॉ.आर.पी.यादव ने कहा कि वर्तमान परिदृश्य में प्रत्येक व्यक्ति के जीवन को आनंददायी बनाने की आवश्यकता है और संस्थान के अल्पविराम कार्यक्रम से आज प्रत्येक व्यक्ति को जुड़ने जरूरत है। साथ ही हर परिस्थिति में आत्म अवलोकन के साथ सकारात्मक दिशा में पहल करने की भी महती आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि हर घर में आनंदक पैदा कर ही भारत को विश्व गुरु बनाने की दिशा में अग्रसर कर सकते हैं। यह आनंद विभाग की मंशा है जिसको पूरा करना प्रत्येक व्यक्ति का दायित्व बनता है। सभी प्रतिभागियों ने अपने अनुभव साझा किए और प्रमाण पत्रों के वितरण के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ। कार्यक्रम का संचालन मास्टर ट्रेनर व कार्यक्रम की संयोजक डॉ.साक्षी सहारे और आभार प्रदर्शन डॉ.मनीषा आमटे ने किया। कार्यक्रम में आनंदक सहयोगी डॉ.रजनी कवरेती व श्री उमेश साहू सहित 50 से अधिक प्रतिभागियों ने भाग लिया।


