वर्तमान में रबी सीजन को देखते हुये विद्युत व्यवस्था में आवश्यक सुधार करने के लिये मुख्य अभियंता जबलपुर क्षेत्र द्वारा छिन्दवाड़ा जिले के सभी कार्यपालन अभियंता सहित अधीक्षण अभियंता के साथ गूगल मीट की गई। उन्होंने इस गूगल मीट में खराब ट्रांसफार्मरों को समय पर बदलने के सख्त निर्देश देते हुये जिस भी क्षेत्र में लो वोल्टेज की समस्या हो, वहां पर तत्काल में जो व्यवस्था की जा सकती है, करने के लिये निर्देशित किया ।
समीक्षा के दौरान अधीक्षण अभियंता श्री के.एस.बिसेन ने बताया कि रबी सीजन में माह अक्टूबर में 326 और माह नवम्बर में 509 इस प्रकार कुल 835 खराब ट्रांसफार्मरों को बदलकर नये ट्रांसफार्मर लगाये गये हैं। साथ ही 100 के.व्ही.ए.क्षमता वाले ट्रांसफार्मर की आवश्यकता अधिक होने पर मुख्य अभियंता जबलपुर क्षेत्र द्वारा जबलपुर स्टोर्स से 25 ट्रांसफार्मर उपलब्ध कराये गये हैं जिन्हें जिले के विभिन्न क्षेत्रों में खराब ट्रांसफार्मरों से बदला गया है । समीक्षा के दौरान कार्यपालन अभियंता अमरवाड़ा ने अवगत कराया कि अमरवाड़ा संभाग के बटकाखापा क्षेत्र में लो वोल्टेज की समस्या है जिसके सुधार के लिये तत्काल व्यवस्था के अंतर्गत व्ही.सी.बी.लगाकर फीडर पृथक कर अलग-अलग विद्युत प्रदाय करने के निर्देश एस.टी.सी. संभाग को दिये गये जिसका कार्य आगामी 3 दिवस में पूर्ण करने के लिये मुख्य अभियंता ने निर्देश दिये हैं । साथ ही बटकाखापा और हर्रई के उप केन्द्रों में केपेसिटर बैंक लगाने के निर्देश दिये गये हैं जिससे उपकेन्द्र से निकलने वाले फीडरों में लो वोल्टेज की समस्या का निराकरण हो सके । हर्रई उपकेन्द्र में पावर ट्रांसफार्मर की क्षमता वृध्दि का कार्य 2 दिन में पूर्ण करने के निर्देश भी दिये गये हैं जिससे हर्रई क्षेत्र में भी लो वोल्टेज समस्या का निराकरण हो सके । गत वर्ष रबी सीजन में परिलक्षित भार के आधार पर छिन्दवाड़ा जिले में इस वर्ष कंपनी ने कार्ययोजना में लगभग 413 नये अतिरिक्त ट्रांसफार्मर छिन्दवाड़ा जिले के लिए स्वीकृत किये हैं जिनकी स्थापना माह दिसम्बर तक पूर्ण करने के निर्देश दिये गये हैं। इस पर कार्यपालन अभियंता एस.टी.सी. संभाग द्वारा अवगत कराया गया कि 45 ट्रांसफार्मरों की स्थापना की जा चुकी है और शेष बचे ट्रांसफार्मरों की स्थापना का कार्य इसी माह में पूर्ण कर लिया जायेगा जिसका फायदा किसानों को मिलेगा ।रबी सीजन में गत वर्ष की तुलना में 13 प्रतिशत अधिक बिजली की खपत- वर्तमान में रबी सीजन में कृषि के लिये बिजली की आवश्यकता ज्यादा होती है । अधीक्षण अभियंता श्री के.एस.बिसेन ने बताया कि गत वर्ष इसी माह में 1583.59 लाख यूनिट खर्च हुई थी, जबकि गत वर्ष की तुलना में इस वर्ष माह नवम्बर में 1789.05 लाख यूनिट खर्च हुई है, जो कि गत वर्ष से लगभग 13 प्रतिशत अधिक है ।


