कब होगी अवैध स्कूल की मान्यता रद्द
अमरवाड़ा:- मामला सिंगोड़ी प्राइवेट स्कूल का है। जहां पर बिना जांच किए के प्रतिवेदन पर प्रतिवेदन डाल रहे हैं। खंड शिक्षा अधिकारी जहां पर शिकायतकर्ता ने जांच करने की बात कही उनसे सवाल किया कि आपने बिना मेरे होते कैसे जांच कर दी बिना शिकायतकर्ता के जांच करना तो गलत है सर , परंतु वही खंड शिक्षा अधिकारी शिकायतकर्ता को समझाइश देते हुए बोले शिकायत बंद कर दो उसी में फायदा है। खंड शिक्षा अधिकारी के ऐसे बयान से यह तो साफ जाहिर होता है कि अवैध स्कूल संचालक इनकी ही संरक्षण पर फल फूल रहे हैं एवं ना जाने कितने बच्चों का भविष्य उनका जीवन खतरे के दाव पर लगा है।
आपको बता दें इस अवैध स्कूल की शिकायत जिला शिक्षा अधिकारी से लेकर मुख्यमंत्री ,पूर्व मुख्यमंत्री, परंतु खंड शिक्षा अधिकारी सभी शिकायतों पर एक ही प्रतिवेदन डाल रहे हैं। जोकि शासन के आंखों पर धूल झोंकने वाला काम है।
आखिर कौन बचा रहा है अवैध स्कूल संचालक को ?
ऐसे अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए क्योंकि अवैध स्कूलों एवं नियम के विपरीत गतिविधियों को छिपाने एवं शासन को प्रतिवेदन के द्वारा गलत जानकारी देते हैं।


