
स्वामी विवेकानन्द कैरियर मार्गदर्शन योजना के प्रभारी और संभागीय नोडल अधिकारी डॉ.पी.एन.सनेसर ने इस परीक्षा के संबंध में जानकारी देते हुये बताया कि उच्च शिक्षा विभाग निरंतर विद्यार्थियों को रोजगारोन्मुखी बनाने के लिए प्रयासरत है तथा इसी क्रम में महाविद्यालय द्वारा ओएमआर आधारित परीक्षा का नवाचार प्रारंभ किया गया है। इस अवसर पर प्राचार्य डॉ.चंदेलकर ने विद्यार्थियों से कहा कि प्रतिदिन समाचार पत्र पढ़ने से जहां करेंट अफेयर्स की तैयारी होती है, वहीं इस प्रकार के टेस्ट का आयोजन यह परखने में मदद करता है कि आपकी तैयारी कैसी है । उन्होंने कहा कि विद्यार्थियो की प्रतिभा को प्रोत्साहन देने के लिए महाविद्यालय हर संभव प्रयास करेगा । जिला नोडल अधिकारी डॉ.जगमोहन पुषाम ने कहा कि विद्यार्थी नियमित रूप से कैरियर गाइडेंस सेल आकर पत्र-पत्रिकाओं का अध्ययन करें ताकि उन्हें आगामी परीक्षा में अधिक अंक प्राप्त हो सकें । सहायक प्लेसमेंट अधिकारी डॉ.टीकमणि पटवारी ने कहा कि इस वर्ष एम.पी.पी.एस.सी. सहित विभिन्न प्रतियोगिता परीक्षा में सफल होने के लिए ये टेस्ट बहुत उपयोगी साबित होंगे । आइक्यूएसी के संयोजक एवं वरिष्ठ प्राध्यापक डॉ.लक्ष्मीचंद ने कहा कि गुणवत्ता में सुधार के लिए सामान्य ज्ञान आधारित परीक्षा विद्यार्थियों के लिये मददगार साबित होगी । प्राध्यापक डॉ.आर.के.मिश्रा ने कहा कि अब युग नई तकनीक का है जिसमें कैरियर के प्रति जागरूक विद्यार्थी स्वयं को अपडेट जरूर करें । डॉ.निधि डोडानी ने कहा कि लगातार तैयारी कर रहे विद्यार्थियों के लिए ये परीक्षा बहुत महत्वपूर्ण रही ।
ओएमआर शीट का रहा आकर्षण-विद्यार्थियों के लिये ओएमआर शीट पर परीक्षा देना एक नया अनुभव रहा। अनुभव साझा करते हुए एम.ए. के विद्यार्थी श्री ललित साहू ने बताया कि इस परीक्षा के माध्यम से हमें यह समझ आया कि ओएमआर शीट भरते समय किन- किन बातों का ध्यान रखना है और सावधानी से इसे भरना है, वहीं सुश्री दीपशिखा साहू ने इसे एक यादगार अनुभव बताया कि हमें अपने कॉलेज में पढ़ाई के साथ-साथ प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारियों में भी मदद मिल रही है । परीक्षा के तुरंत बाद परिणाम की घोषणा सामान्य ज्ञान परीक्षा की सबसे बड़ी उपलब्धि रही। परीक्षा समापन के एक घंटे में परिणाम की घोषणा हुई जिससे विद्यार्थी बहुत खुश हुये। विजेताओं को प्राचार्य डॉ चंदेलकर ने मैडल देकर सम्मानित किया । इस परीक्षा में श्री चंद्रप्रकाश धुर्वे प्रथम, श्री पवन देशमुख व्दितीय और श्री रोहित मिनोते व श्री ऋतिक सोनी तृतीय स्थान पर विजेता रहे । परीक्षा के आयोजन में सर्वश्री प्रो.महेंद्र साहू, डॉ.अर्चना मैथ्यू, डॉ.बिंदु शुक्ला, सुश्री नीलिमा सोनी, प्रदीप साहू, शैलेंद्र मोरे, नेहा जैन, वीरेंद्र कवरेती, प्रियंका तिवारी, इंद्रेश धुर्वे, ज्योति उईके, शैलकुमारी धुर्वे, नवनीत भाटिया, आकाश पटेल, राकेश नागले, विवेक सोनी आदि का विशेष सहयोग प्राप्त हुआ। स्वामी विवेकानन्द कैरियर मार्गदर्शन योजना की ओर से डॉ.सनेसर ने सभी का आभार व्यक्त किया ।

