जिले में महाशिवरात्रि और होली पर्व शांति एवं सद्भावनापूर्वक मनाये जाने की दृष्टि से विचार-विमर्श के लिये कलेक्टर श्रीमती शीतला पटले की अध्यक्षता में आज कलेक्टर कार्यालय के सभाकक्ष में शांति समिति की बैठक सम्पन्न हुई । बैठक में समिति के सदस्यों से आगामी पर्वों के दौरान की जाने वाली व्यवस्थाओं के संबंध में चर्चा की गई और सुझाव लेते हुए महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए। बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि एक दूसरे की भावनाओं का सम्मान करते हुये महाशिवरात्रि, होली पर्व और आगामी अन्य पर्वों को आनंद के उत्सव के रूप में मनाया जाये। इस संबंध में शांति समिति और जिला प्रशासन द्वारा जिले के नागरिकों से सभी त्यौहारों को शांति और सद्भावना के साथ आनंद के उत्सव के रूप में मनाये जाने की अपील भी की गई । बैठक में नगरपालिक निगम के महापौर श्री विक्रम अहके, पूर्व नगरपालिक निगम अध्यक्ष श्री धर्मेंद्र मिगलानी, पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष श्री कन्हईराम रघुवंशी, सर्वश्री आनंद बक्शी, फिरोज खान, चन्द्रकुमार जैन, श्रीमती प्रीति बिसेन, पंकज शुक्ला आदि के साथ ही समिति के सभी अशासकीय सदस्य और पुलिस अधीक्षक श्री दिवाकर वर्मा, एडीएम श्री ओ.पी. सनोडिया, एएसपी श्री संजीव उईके, एसडीएम श्री अतुल सिंह, संयुक्त कलेक्टर श्री अजीत तिर्की, डीएसपी ट्रैफिक श्री सुदेश सिंह, नगर निगम आयुक्त श्री राहुल सिंह, सिविल सर्जन डॉ.एम.के.सोनिया सहित समिति के सभी शासकीय सदस्य उपस्थित थे।
बैठक में कलेक्टर श्रीमती पटले ने कहा कि जिले में किसी भी त्यौहार को शांति और सद्भावनापूर्ण ढंग से मनाये जाने की दृष्टि से समिति के सदस्यों की सकारात्मक पहल बहुत अच्छी है । इस जिले में समाज के सभी वर्गों के लोग मिलजुल कर सहयोग करते हैं और किसी भी समस्या के निदान के लिये सदैव तत्पर भी रहते हैं जो अनुकरणीय है । उन्होंने कहा कि उत्सव हमेशा आनंद के लिये मनाया जाता है जिसमें भक्ति भी शामिल हो जाती है । हमें किसी भी उत्सव को उल्लास व उमंग के साथ ही मनाना चाहिये और श्रध्दालुओं के साथ ही व्यवस्था में लगे हुये अधिकारियों और कर्मचारियों के आनंद की ओर भी ध्यान देना चाहिये जिससे सभी पक्ष उत्सव को आनंद के साथ मना सकें और सभी मिलकर बेहतर व्यवस्था बना पायें । उन्होंने समिति के सदस्यों से आग्रह किया कि उत्सवों के दौरान व्यवस्था के संबंध में यदि कोई विचार आये तो इस संबंध में कलेक्टर व एस.पी.से मोबाईल पर तत्काल संपर्क कर सकते हैं जिससे बेहतर व्यवस्था बनाई जा सके ।उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिये कि महाशिवरात्रि, होली और अन्य पर्वो के दौरान उन्हें जो दायित्व सौंपे गये हैं और दिशा-निर्देश दिये गये हैं, उनका शत-प्रतिशत पालन किया जाना सुनिश्चित करें । फील्ड पर लगातार अपनी उपस्थिति सुनिश्चित करें और विभागीय स्तर पर कंट्रोल रूम बनाकर उसे सक्रिय रखें जिससे समय पर सभी व्यवस्थायें हो सकें ।
बैठक में पुलिस अधीक्षक श्री वर्मा ने कहा कि पूर्व के जिलों की तुलना में इस जिले की शांति समिति की बैठक में अत्यंत आनंद का अनुभव हो रहा है, क्योंकि यह बेहद प्रसन्नता का विषय हैं कि इस जिले की शांति समिति के सदस्य किसी भी समस्या को रखने के साथ ही उसका हल भी प्रस्तुत करते हैं जिससे बेहतर व्यवस्था बन सके । उन्होंने कहा कि समिति के सदस्यों द्वारा दिये गये सभी सुझाव बेहतर हैं जिनका सकारात्मक और व्यवहारिक दृष्टिकोण से पालन कराया जायेगा । उन्होंने बताया कि महाशिवरात्रि मेले के दौरान तामिया मार्ग पर शाम 5 बजे से शराब पीकर वाहन चलाने वाले वाहन चालकों की जांच का कार्य प्रारंभ किया गया है जिससे दुर्घटनाओं को रोका जा सके। वाहन चालक द्वारा शराब पीकर वाहन चलाने पर उसके विरूध्द कार्यवाही की जायेगी । उन्होंने शांति, सद्भाव और आनंद के साथ त्यौहार को मनाये जाकर जिले की पहचान को बनाये रखने की अपील भी की ।
बैठक में एसडीएम श्री सिंह ने बताया कि महाशिवरात्रि का पर्व 18 फरवरी को मनाया जाएगा। महाशिवरात्रि पर बड़ा महादेव, शंकर वन बिछुआ, छोटा महादेव, राघा देवी, अर्ध्दनारीश्वर मोहगांव हवेली, जाम सांवरी, घोघरा आश्रम, शिव मंदिर व दूल्हा देव मंदिर हर्रई तथा पातालेश्वर छिंदवाड़ा में मेला लगता है। इनमें प्रतिवर्ष बड़ी संख्या में समूह में श्रृध्दालु महाराष्ट्र तथा अन्य स्थानों से आते हैं। पातालेश्वर मंदिर में महाशिवरात्रि के एक दिन पूर्व 17 फरवरी की रात से अभिषेक प्रारंभ होगा, जो रात्रि 2:30 बजे तक चलेगा । इसके बाद दर्शन प्रारंभ होंगे। महाशिवरात्रि के दिन प्रातः 4 बजे से मंदिर में पूजा अर्चना प्रारंभ हो जायेगी जो रात्रि तक आम जन द्वारा की जाती है। पातालेश्वर मेला अन्नपूर्णा मंदिर से प्रारंभ होगा। मेला परिसर व मंदिर के आस-पास की साफ-सफाई व्यवस्था, नालियों, सड़कों की पर्याप्त साफ-सफाई व मार्ग को अतिक्रमण मुक्त रखने, सड़कों की मरम्मत, गड्ढे भरने, रोड पर डेटिंग, पेंटिंग, मार्किंग, प्रकाश व्यवस्था, विद्युत कटौती नहीं करने, मेला स्थल पर पर्याप्त हैलोजन की व्यवस्था, मंदिर के पास कैंप लगाकर डॉक्टर व स्टाफ की एंबुलेंस सहित व्यवस्था, अतिरिक्त पुलिसकर्मियों व महिला पुलिसकर्मियों की ड्यूटी आदि की सभी समुचित व्यवस्थाएं जिला व पुलिस प्रशासन द्वारा की जायेगी। रेलवे व नगर निगम छिंदवाड़ा की मदद से अस्थाई शौचालय व पेयजल, पृथक पार्किंग की व्यवस्था की जायेगी। मेला परिसर से 300 फीट तक दुकान नहीं लगाई जा सकेंगी। मेला स्थल पर हाथ ठेले की अनुमति एवं रोड से सटाकर दुकानें नहीं लगाई जाएंगी। उन्होंने बताया कि भूरा भगत मेले की व्यवस्थाओं को देखते हुए भूराभगत से चौरागढ़ तक लाइटिंग व्यवस्था की जायेगी और विद्युत प्रवाह जारी रखा जायेगा। मनमाना किराया वसूली रोकने के लिए वाहनों पर निर्धारित किराया बोर्ड लगाने व आकस्मिक जांच करते हुए कड़ी कार्यवाही करने के निर्देश दिए गए हैं। महादेव मेला में पार्किंग व्यवस्था बनाने, वाहन दुर्घटनाओं को रोकने नागपुर और परासिया रोड के डिवाइडरों में रेडियम टेप लगाने और बायपास रोड लिंगा में एंबुलेंस की व्यवस्था करने के निर्देश दिए गए हैं। मेलों में ठेकेदारों द्वारा अवैध वसूली पर प्रतिबंध रहेगा । गुटका, तंबाकू बेचने पर प्रतिबंध रहेगा। अवैध शराब बेचने वालों पर कड़ी कार्यवाही की जायेगी।
एसडीएम श्री सिंह ने बैठक में बताया कि आगामी 7 मार्च की रात्रि में होलिका दहन किया जायेगा जिसके लिए जिला प्रशासन द्वारा इस बार नवाचार करते हुए म.प्र.राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के स्व-सहायता समूहों और गौ-शालाओं के माध्यम से जिले भर में गौ-काष्ठ और उपलों की व्यवस्था बनाने के प्रयास किए जायेंगे। मुख्य सड़कों पर और विद्युत लाईन के तारों के नीचे होली जलाने पर प्रतिबंध रहेगा। जबरन चंदा वसूली, अवैध शराब बिक्री व शराब पीकर वाहन चलाने पर प्रतिबंध रहेगा। होलिका दहन परंपरागत और सुरक्षित स्थान पर ही करने की अपील की गई है । 8 मार्च को रंग गुलाल (धुरेंडी) का पर्व मनाया जायेगा और 12 मार्च को रंग पंचमी पर्व मनाया जायेगा। होली के एक दिन पूर्व हरामखाऊ टाइम्स और होली के दिन शाम को दशहरा मैदान में कवि सम्मेलन का आयोजन किया जाता है। होली के दिन नगरपालिक निगम आयुक्त द्वारा अतिरिक्त जल आपूर्ति की व्यवस्था की जायेगी ।
बैठक में शांति समिति के सदस्यों द्वारा सुझाव दिये गये कि महाशिवरात्रि पर्व के दौरान बाहर से आने वाले श्रध्दालुओं को वायपास मार्गों से गंतव्य स्थलों तक भेजने के लिये साइनेज लगाये जाये और रात्रि के समय परासिया से कुंआबादला मार्ग तक टर्निंग स्थलों पर दुर्घटना रोकने के लिये वृक्षों पर रेडियम के संकेतक लगाये जाना चाहिये । समिति के सदस्यों ने सुझाव दिये कि होली पर्व के दौरान प्रतिबंधित रंगों के क्रय-विक्रय के संबंध में पूर्व से ही कार्यवाही की जाना चाहिये । होलिका दहन के लिये छिंदवाड़ा नगर के पोला ग्राउंड, जनपद मैदान व परासिया नाका में पूर्व की भांति वन विभाग के माध्यम से जलाउ लकड़ी व कंडे की व्यवस्था की जाना चाहिये । होली के दौरान जिले के माचागोरा डेम और जलभराव वाले डेमों में पर्यटन के लिये जाने वाले व्यक्तियों विशेषकर बच्चों के नहाते समय डूबकर होने वाली किसी दुर्घटना से बचाव के लिये पुलिस, गोताखोर, नाव, नाविक आदि की समुचित व्यवस्था की जाना चाहिये। समिति के सदस्यों द्वारा अन्य सुझाव भी दिये गये जिन पर कार्यवाही के लिये आश्वस्त किया गया।


