कलेक्टर श्रीमती पटले द्वारा कृषक से चर्चा की गई जिसमें कृषक ने बताया कि उनके द्वारा पहली बार कपास फसल ली जाने के बाद खरीफ सीजन के पूर्व भूमि का सदुपयोग करने के लिये 1.5 एकड़ में ग्रीष्मकालीन ज्वार की फसल लगाई गई है जिसमें कम लागत में उच्च गुणवत्तायुक्त ज्वार की उपज 18 से 20 क्विंटल प्रति एकड़ ज्वार एवं पर्याप्त मात्रा में पशुओं के लिए पोषण चारा (आहार) प्राप्त होने की संभावना है । छिन्दवाड़ा जिले के किसानों के लिए यह एक लाभदायक एवं बेहतर विकल्प हो सकता है।
इसी क्रम में कलेक्टर श्रीमती पटले द्वारा ग्राम जोबनी के कृषकों के खेत में पहुँचकर ग्रीष्मकालीन मूंगफली फसल का निरीक्षण किया गया और किसानों से चर्चा की गई। चर्चा के दौरान किसानों को और अधिक उन्नत तरीके से खेती करने एवं प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने की बात कही गई। साथ ही किसानों द्वारा किये गये नवाचार खेती के साथ कृषि वानिकी के अंतर्गत सागौन के पौधे लगाने की सराहना भी की गई जो किसानों के लिए खेती के साथ अतिरिक्त आय का जरिया होगा।

