भारतीय बौद्ध महासभा के द्वारा स्थानीय युवक सागर झरबड़े द्वारा देश की सर्वोच्च प्रशासनिक सेवा में देश में प्रथम 100 में आने पर क्लास वन अधिकारी की रैंक मिलने की खुशी में इस सम्मान समारोह का आयोजन भारतीय बौद्ध महासभा जुन्नारदेव द्वारा स्थानीय बुद्ध विहार में शानदार तरीके से किया गया। जिसमें समाज के सभी वरिष्ठ और युवाओं महिलाओं द्वारा इस सम्मान समारोह में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया गया कार्यक्रम का आगाज अनिल पाटिल द्वारा किया गया बौद्धाचार्य राजेश पाटील द्वारा सागर झरबडे एवं बौद्ध अनुयायियों की उपस्थिति में बुद्ध वंदना त्रिशरण पंचशील का पाठ कर कार्यक्रम की शुरुआत की गई जिसमें पूर्व प्राचार्य डी आर बोनिया,आर उबनारे,अनिल झरवडे,प्रकाश निरापूरे, नंदकिशोर खातरकर,उमेश अतुलकर,आर गणवीर,राहुल निरापूरे आदि द्वारा सागर झरबडे को बधाई देकर समाज को संबोधित कर शिक्षा के प्रति प्रेरित किया गया जिसमें बाबा साहब द्वारा कहा गया था कि "शिक्षा शेरनी का वह दूध है,जो जितना पिएगा उतना दहाड़ेगा" की तर्ज पर सभी बालक बालिकाओं को उच्च शिक्षा के लिए आगे बढ़ने की प्रेरणा सागर झरबडे से ले और अपने जीवन में उच्च पदों को प्राप्त करें।कार्यक्रम का समापन एवं आभार व्यक्त भारतीय बौद्ध महासभा के श्याम खादीकर द्वारा किया गया और कहा गया कि सागर ने सारे समाज व क्षेत्र का गौरव बढ़ाया है। इस अवसर पर अजय जामगढे,मामा खातरकर, हिमांशु खातरकर,सुनील पाटिल,मनीष सरणकर,मनीराम झरबड़े करुणा झरबडे, झनक खादीकर, नंदलाल नागले,गीता वाईकर,लता खादीकर,गुरुदयाल, कमल दावंडे,विशाल वाईकर, मयंक खादीकर एवं अन्य काफी संख्या में सामाजिक लोग उपस्थित रहे। जुन्नारदेव क्षेत्र से सागर झड़बड़े पहले युवक है जो देश की सर्वोच्च प्रशासनिक सेवा में चयन हुआ।अन्य लोगों ने भी सागर को बधाई प्रेषित की।
शिक्षा शेरनी का वह दूध है जो जितना पिएगा वह उतना दहाड़ेगा
January 10, 2024
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"शिक्षा शेरनी का वह दूध है जो जितना पिएगा वह उतना दहाड़ेगा
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