तीन महीने में एक बार खरीद रही आंगनवाड़ी कार्यकर्ता पानी
छिंदवाड़ा:-मोहखेड़ तहसील क्षेत्र में आंगनबाड़ी केंद्र लगभग प्राइमरी और मिडिल स्कूलों में शुद्ध पानी की सुविधा उपलब्ध कराने के लिए करीब डेढ़-डेढ़ लाख रुपये की लागत से पानी की सिंथेटिक टंकी रखवाने के साथ ही हैंडपंप के बोर में मोटर पंप डालकर नल कनेक्शन दिये गए थे। जल जीवन मिशन के तहत पीएचई विभाग के ठेकेदार के माध्यम से यह काम कराया गया था। पिछले दिनों आंगनबाड़ी केंद्र और स्कूलों में जाकर योजना की हकीकत देखी तो कहीं नल गायब मिलें तो कहीं वांश बेसिन व नल लाइन उखड़ी हुई दिखाई दी । अधिकांश जगहों पर मोटर पंप खराब होना पाया गया। जबकि कई जगह पर तो बिजली के कनेक्शन ही नहीं किए गए । अधिकतर आंगनबाड़ी केंद्र और स्कूल में पीने के लिए लगाए गए नल और पानी की पाइप लाइन तक उखड़ चुकी है। स्कूल स्टाफ ने बताया कि इस योजना का लाभ चंद दिनों भी नहीं मिल सका। इस संबंध में अधिकारियों को कई बार शिकायत की गई है, लेकिन हर बार आश्वासन मिला है। अब तक कार्रवाई नहीं की गई है। योजना के तहत प्राथमिक, माध्यमिक विद्यालय सहित आंगनबाड़ी केंद्रों में जल जीवन मिशन योजना के तहत पानी की एक हजार लीटर की टंकी व हैंडपंप के बोर में मोटर डालकर नल कनेक्शन के माध्यम से पानी पहुचाना था । प्राथमिक विद्यालय में पांच कनेक्शन देना था। जिसमें वांश बेसिन लगाने के साथ ही एक कनेक्शन किचन में और एक एक कनेक्शन बालक बालिकाओं के वाशरूम में देना था। दो कनेक्शन पीने के पानी के लिए करने का प्रावधान था। माध्यमिक विद्यालय में सात कनेक्शन व आंगनबाड़ी केंद्रों में तीन कनेक्शन देना थे। लेकिन अधिकांश स्कूल, आंगनबाड़ी केंद्रों में योजना के नाम पर महज रस्म अदायगी की गई। नतीजन बच्चों को अभी भी पानी की समस्या से जूझना पड़ रहा है।
ग्राम पंचायत जमुनियामाल में स्थित मिडिल स्कूल में एक वर्ष पूर्व किए हुए कार्य में एक दिन ही मोटर चली जिसके बाद से मोटर खराब हो गयी.नल लाइन भी खराब हो गयी.स्कूल स्टाफ ने बताया कि योजना के तहत एक दिन ही पानी मिला।
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हर तीन माह में पानी टैंकर खरीद रही आंगनवाड़ी कार्यकर्ता
ग्राम जमुनियामाल बड़ी में एक वर्ष पूर्व आंगनबाड़ी केंद्र में फीटिंग की गयी थी। लेकिन वह भी अनु उपयोगी साबित हुई है।सबंधित आंगनबाड़ी कार्यकर्ता राजकुमारी मसकोले से सबंधित मामले पर चर्चा कि तो उन्होंने बताया कि ठेकेदार द्वारा उक्त कार्य सही तरीके से नही किए जाने के चलते नलो से व्यर्थ पानी बह रहा है.इसलिए उन्होंने बंद रखा है.वही आंगनवाड़ी में उपयोग के लिए वह हर तीन महीने में एक पानी टैंकर खरीदकर उपयोग करती है.आंगनवाड़ी द्वारा ठेकेदार से बिना नलजल योजना को चैंक कराकर ठेकेदार को एनोओसी दे दी दिया गया.ऐसे में अब आंगनवाड़ी कार्यकर्ता बेहद परेशान हो रही है।वही जमुनिया माल पंचायत के स्कूल और आंगनवाड़ी केंद्रो जलमिशन योजना का बद से बदत्तर हुआ है.जिसका नतीजतन सामने आ रहे है।
इनका कहना
सबंधित आंगनवाड़ी कार्यकर्ता को चाहिए था कि वह पहले ठेकेदार से नलजल योजना को चैंक कराकर एनओसी देना था.ऐसे में फिर में पीएचई विभाग के अधिकारियों से बातचीत करूंगी.
भावना भगतकर, परियोजना अधिकारी महिला बालविकास मोहखेड़

