विस्फोट करने में हो रहा है आयुध नियमों का खुला
तामिया अमूमन शांत रहने वाले तामिया में पिछले कुछ महीनो से अपराधिक गतिविधियों के संचालन करने वालों की तामियां में बाढ़ सी आ गई है! जिनमें भू माफिया, रेत माफिया अवैध रेत खनन, शराब माफिया, सूदखोर, देह व्यापार में शामिल लोगों का धंधा तामिया क्षेत्र फैलता चला जा रहा है! यही नहीं क्रशर संचालक भी स्थापित होते जा रहे हैं! और गिट्टी माफियाओं की शरण स्थली क्रेशर संचालको के कारण बनती जा रही, लेकिन प्रशासन मैं बैठे अधिकारियों की लचर कार्य प्रणाली के कारण इस क्षेत्र में राजस्थान से ब्लास्टिंग करने वाले आयुध नियम को दर् किनार कर बारूद का खुला खेल मिले संरक्षण के करण बारूद जिलेटिन ग्रामीणों के घर में रखकर किसी बड़ी दुर्घटना को निमंत्रण दे रहे हैं! जबकि यह भोले वाले ग्रामीणों के कच्चे मकानों को किराए से लेकर अपने ब्लास्टिंग करने वाली मशीन एवं ट्रैक्टर के साथ-साथ बारूद भी रख रहे हैं। जबकि बारूद रखने के अपने. नियय है! आयुध नियमों काखुला उल्लंघन के साथ भी जान से खिलवाड़ करने में तनिक भी संकोच नहीं है! इसकी एक वानगी पांडू पिपरिया मैं भीलवाड़ा राजस्थान की बालाजी ब्लास्टिंग कंपनी इस समय बारूद का खेल खेल रही है! जिसका संचालक महावीर वैष्णव बतलाया जाता है! पुलिस,
खनिज, एवं आयुध अधिकारी, की मिली भगत से तामिया तहसील में ब्लास्टिंग पुलियो क्रेशर में बेखौफ कर रहा है। यदि शीघ्र ही इस बालाजी ब्लास्टिंग कंपनी पर रोक नहीं लगाई तोकिसी दिन की जाने वाली ब्लास्टिंग में जो बारूद उपयोग में किया जाता है! उससे किसी बड़ी दुर्घटना एवं जनहानि होना कोई बड़ी बात नहीं है! कि उन्हें आयुध विभाग के अधिकारी एवं तामिया के अधिकारियों का संरक्षण मिला हुआ है! सबसे हैरत करने वाली बात यह कि ना तो इसके पास ब्लास्टिंग करने का कोई लाइसेंस ना ही कोई बारूद का उपयोग करने वाला कोई विशेषज्ञ है श्तो समझा जा सकता है! कि आखिर यह अवैध ब्लास्टिंग किसके भरोसे हो रही इस ब्लास्टिंग से कोई बड़ी घटना घट जाए? क्योंकि ब्लास्टिंग कंपनी जो पता बतलाती है! वह सही है या नहीं इसकी भी तस्दीक होना चाहिए? यदि दुर्भाग्य से कोई दुर्घटना घट गई तो यह कंपनी अधिकृत एवं छिंदवाड़ा जिले में ब्लास्टिंग करने के लिए अधिकृत है! या नहीं सही है या गलत इसकी पुष्टि कौन करेगा? विस्फोट पर नियंत्रण रखने वाले अधिकारियों को शीघ्र इस ब्लास्टिंग कंपनी पर संबंधित कागज की जांच करनी चाहिए? जिससे किसी प्रकार की कोई अप्रिय घटना न घट सके !

