विगत कुछ दिनों पूर्व डॉक्टरों द्वारा पत्रकारों के खिलाप धरना दिया गया था अब फर्जी डॉक्टरों की होंगी जॉच
छिंदवाड़ा
आयुर्वेदिक डाक्टर एलोपैथिक का ईलाज कर रहे हैं बिना डिग्री वाले डॉक्टर चला रहे क्लीनिक, बिना रजिस्ट्रेशन के कर रहे गांव में मरीजों का इलाज मरीजों के जान से कर रहे खिलवाड़ पांढुर्णा जिला के जनपद पंचायत सौसर के ग्राम पंचायत रामाकोना में संचालित प्रायवेट क्लीनिक मातोश्री दवाखाना के संचालक डॉ.अमोल भक्ते आयुर्वेदिक डॉक्टरों की दुकानो पर एलोपैथिक का मरीजाें का इलाज धड़ल्ले से किया जा रहा है। यहां बिना डिग्री धारी चिकित्सक मरीजों के जीवन से खिलवाड़ कर रहे हैं। सौसर के आसपास सहित जगह-जगह बिना रजिस्ट्रेशन वाले चिकित्सक क्लीनिक चला रहे हैं। इतना ही नहीं मेडीकल के साथ ही निजी क्लिनिक संचालित किए जा रहे हैं वही जिले के पत्रकारों ने दिनांक-22.06. 2024 दिन शनिवार को ग्राम रामाकोना में स्थित मातोश्री दवाखाना की सूत्रों द्वारा शिकायत मिलने पर उसकी रिपोर्टिंग कर क्लीनिक संचालक से उनका अभिमत लेने गये हुए थे और जिले के पत्रकारों द्वारा की गई रिपोर्टिंग को समाचार पत्रों में प्रकाशन उपरांत उनके यूनियर द्वारा अपने संगठन के माध्यम से पत्रकारों के विरूद्ध सौसर थाना में झूठी शिकायत की है जो कि शिकायत पूर्णतः निराधार एवं बेबुनियाद थी क्योंकि पत्रकारो का कार्य समाज को सच्चाई से अवगत कराना है, ना कि समाज के झूठी खबरे पहुंचाना। पत्रकार लोकतंत्र का चौथा स्तंभ है ।
मातोश्री दवाखाना के संचालक अमोल भगते द्वारा अपनी उक्त क्लीनिक में आयुवेर्दिक ईलाज के नाम पर एलोपैथिक ईलाज किया जा रहा था, जबकि उसे ऐलोपैथिक ईलाज करने का कोई अधिकार नहीं है। सूत्रों द्वारा जिले के पत्रकारों को जानकारी प्राप्त हुई है कि मातोश्री दवाखाना के संचालक द्वारा जिस आयुर्वेदिक कॉलेज से आयुर्वेद की उपाधि प्राप्त की वह भी फर्जी है फर्जी तरीके से दवाखाना संचालित किया जा रहा है मातोश्री दवाखाना के संचालक अमोल भगते एवं सौंसर क्षेत्र के अन्य चिकित्सकों द्वारा शासन द्वारा निर्धारित नियमों का पालन ना करते हुए गरीब व्यक्त्तियों की जान के साथ लगातार खिलवाड किया जा रहा है और साथ ही ईलाज के नाम मरीजों से अधिक पैसे लिया जा रहा है मातोश्री दवाखाना के संचालक अमोल भगते तथा सौंसर क्षेत्र के अंतर्गत सभी ऐसे चिकित्सक जो कि बिना किसी एलोपैथिक डिग्री के आयुर्वेद के नाम पर एलोपैथिक ईलाज कर रहे है उनकी जांच की जाकर उनके विरूद्ध प्रकरण पंजीबद्ध किया जाकर उन्हें दंडित किए जाने की मांग पत्रकारों ने जिला कलेक्टर वा जिला मुख्य चिकित्सा अधिकारी छिंदवाड़ा लिखित शिकायत किए थे। मुख्य चिकित्सा अधिकारी छिंदवाड़ा द्वारा तुरंत संज्ञान में लेते हुए जांच टीम गठित की गई। तहसीलदार , नायब तहसीलदार ,थाना प्रभारी एवं खंड चिकित्सा अधिकारी फर्जी चिकित्सकों के विरुद्ध कड़ी कार्यवाही करने की टीम गठित की गई संयुक्त रूप से निरीक्षण कर तीन दिवस के भीतर प्रतिवेदन प्रस्तुत किया जाए। शिकायत पत्रकारों की मांग है कि जांच टीम में शिकायत पत्रकारो को भी जांच पर लेकर जाए जिसे निष्पक्ष जांच कर एवं फर्जी चिकित्सकों पर कड़ी कार्यवाही की जाए ।

