योजना से मिली राशि से प्रतिमा कोचिंग की फीस भर कर अधिकारी बनने की होड़ में
बालाघाट 19 अगस्त 24:-
सोशल मीडिया दौर के कम ही युवा जानते होंगे कि आज से पहले डाक संचार का एक ऐसा माध्यम था। जिसका इंतजार हर घर को रहता था। डाक से आयी चिट्टी पत्री जैसे-भावों व रिश्तों का पूरा संसार हुआ करती थी। आज जो युवा किसी भी त्योहार या छोटे-छोटे अवसरों पर तत्काल व्हाटसअप कर विश कर दिया करते है। लेकिन एक डाक से आयी चिट्टी देखते ही आंसू भी निकल आया करते थे। आज जब संचार के त्वरित माध्यम आ चुके है, उस दौर में भी पोस्ट ऑफिस बहनों के लिए खास महत्व रख रहा हैं। ये पोस्ट ऑफिस नहीं होती तो आज हजारों बहनें अपने भाइयों की कलाई बांधने से रह जाती। पोस्ट मास्टर श्री लक्ष्मीनारायण पारधी ने बताया कि इस दौर में भी डाक के माध्यम से राखियां भेजने में कमी नहीं है। बालाघाट नगर की 12 बीट में 54930 राखियां इस सप्ताह बांटी गई है। खास बात यह है कि सोमवार को रखी होने से शनिवार और रविवार दोनों दिन अवकाश होने के बावजूद भाई-बहनों के इस त्योहार में डाक से आई राखियां पहुँचाई।

