कर्ज न चुका पाने पर की गई हत्या और लूट, पुलिस ने किया मामला सुलझाया
सच की आंखें न्यूज़ जुन्नरदेव
यह घटना मध्य प्रदेश के जिला छिंदवाड़ा के थाना जुन्नारदेव से संबंधित है। मामले का खुलासा 5 अक्टूबर 2024 को हुआ जब पुलिस ने तीन आरोपियों को अजय बालवी नामक माइक्रोफाइनेंस कंपनी के फील्ड अधिकारी की हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया।
घटना का विवरण: स्पंदना स्फूर्ति फाइनेंशियल लिमिटेड कंपनी के जुन्नारदेव शाखा के फील्ड अधिकारी, अजय बालवी, 2 अक्टूबर 2024 को सुबह 7:30 बजे अपने फील्ड कार्य के लिए निकले थे। वह दिनभर अपने कस्टमर्स से लोन की किश्तें इकट्ठा करते रहे, लेकिन शाम तक वापस नहीं लौटे। जब अजय बालवी की कोई खबर नहीं मिली, तो परिवार और कंपनी की ओर से गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज की गई।
शव की बरामदगी: 5 अक्टूबर 2024 को पुलिस ने सुबह करीब 11 बजे कोठीदवे के जंगल में अजय बालवी का शव बरामद किया। शव को बोरियों में बांधकर छिपाया गया था। उनके हाथ-पैर रस्सी से बंधे हुए थे, और गला घोंट कर हत्या की गई थी।हत्या का कारण: पुलिस जांच के दौरान पाया गया कि अजय बालवी के साथ लोन के मुद्दे को लेकर तीन लोगों ने मिलकर यह अपराध किया। मुख्य आरोपी विकास विश्वकर्मा ने अपने और अन्य ग्रामीणों के नाम पर माइक्रोफाइनेंस से लोन लिया था, लेकिन किश्तें चुकाने में असमर्थ था। इसलिए उसने अपने साथियों, यूसुफ अंसारी और हर्ष भोसले, के साथ मिलकर अजय बालवी की हत्या की योजना बनाई। योजना के अनुसार, अजय बालवी से 54,000 रुपये लूटे गए, फिर तीनों ने मिलकर उनका गला घोंटकर हत्या की और शव को जंगल में छिपा दिया।
पुलिस कार्रवाई: पुलिस की त्वरित कार्रवाई के चलते तीनों आरोपियों को 6 अक्टूबर 2024 को गिरफ्तार कर लिया गया। लूट के 54,000 रुपये, मृतक का बैग, मोटरसाइकिल, और अन्य दस्तावेज भी बरामद किए गए।
अपराधियों की जानकारी:
1. विकास विश्वकर्मा (मुख्य आरोपी)
2. यूसुफ अंसारी
3. हर्ष भोसले
तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेज दिया गया है।
पुलिस टीम की सराहना: इस जघन्य अपराध की गुत्थी सुलझाने में थाना प्रभारी जुन्नारदेव और पुलिस अधीक्षक के नेतृत्व में काम कर रही टीम की महत्वपूर्ण भूमिका रही। इसके लिए पुलिस अधीक्षक द्वारा टीम को पुरस्कृत करने की घोषणा की गई है।
यह पूरी घटना कर्ज न चुका पाने के चलते की गई लूट और हत्या का मामला है, जिसमें पुलिस ने त्वरित कार्रवाई कर आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस टीम:
इस मामले की विवेचना में थाना प्रभारी राकेश बघेल, निरीक्षक मोहन सिंह मर्सकोले, उप निरीक्षक संजय सोनवानी, उप निरीक्षक मुकेश डोंगरे, उप निरीक्षक तरुण मरकाम, सायबर सेल के प्रआर. 542 आदित्य रघुवंशी, प्रआर. 811 नितिन सिंह एवं अन्य पुलिसकर्मियों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
पुरस्कार की घोषणा:
अंधे कत्ल का खुलासा करने वाली पुलिस टीम को पुलिस अधीक्षक छिन्दवाड़ा द्वारा उचित इनाम देने की घोषणा की गई है।