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जुन्नारदेव। की कार्यशाला मे आये हुये अतिथियो द्वारा माँ सरस्वती एवं भारत माता की फोटो की पूजा अर्चना की परसिया के द्वारका प्रसाद जी सनोडिया ने स्वदेशी वस्तुओं का उपभोग करने से देश की आर्थिक स्थिति मजबूत करने का स्वदेशी जागरण गीत के माध्यम से आह्वान किया। जुन्नारदेव के खंड प्रमुख अधिवक्ता राधेश्याम जी ने देश में निर्मित वस्तुओं के उपयोग करके स्वास्थ्य को रोगी होने से रोका जा सकता है। देशीवस्तु निर्माताओं की आर्थिक स्थिति को सुधारा जा सकता है। मनोज आरपुरे जिला सह संयोजक स्वदेशी जागरण मंच ने बताया कि देश की आजादी के बाद से कुछ विध्वंसकारी ताकतें देश की आर्थिक स्थिति को कमजोर करने के लिये विदेशी वस्तुओं का आयात कर हमारे कुशल कारीगरों के पेट का निवाला छीनने का कुत्सित प्रयास कर रही है ।पुश्तैनी धंधे बंद से हो गये है। अब समय आ गया है कि हमें विदेशी निर्मित वस्तुओं का बहिष्कार कर स्वदेशी वस्तुओं का उपभोग कर भारत को आत्मनिर्भर बनाये । गोविंदा आम्रवंशी जिला सह संयोजक परसिया द्वारा हमारी सनातन संस्कृति की रक्षा के लिये भारतीय शिक्षा पध्दति की सराहना करते हुये वर्तमान में पढाई के साथ साथ स्वास्थ्य, कृषि, रोजगारमूलक शिक्षा पर जोर दिया है। शिक्षा के साथ साथ विद्यार्थियों के सर्वागीण विकास हेतु शाला स्तर से ही प्रतियोगी परिक्षायें आयोजित की जावे।कार्यक्रम मेंअन्य समाज सेवियों ने भी अपने उदगार व्यक्त किये। मुख्य वक्ता प्रांतीय विचारक काजोल दास जी भारत को आत्मनिर्भर बनाने के लिये जातिगत पुश्तैनी व्यवसाय को मजबूत करने के लिये शासन स्तर से आर्थिक मजबूती जरुरी है। अंत में शाला की प्रधान पाठिका युक्ति शर्मा द्वारा आये हुये अतिथियो का आभार व्यक्त करते हुये बताया कि आगामी समय में शाला में छात्र छात्राओं द्वारा स्वनिर्मित वस्तुओं का निर्माण कर शाला स्तर पर प्रदर्शनी आयोजित की जायेगी।


