उमरेठ ज्यादातर किसान अपनी वित्तीय जरूरतों को पूरा करने के लिए कर्ज लेने पर मजबूर हो जाते हैं। ऋण चुकाने में असमर्थ कई किसान आमतौर पर आत्महत्या करने का दुर्भाग्यपूर्ण कदम उठाते हैं। ज्यादातर किसान परिवार के एकमात्र कमाने वाले व्यक्ति होते हैं। उन्हें परिवार की मांगों और जिम्मेदारियों को पूरा करने के लिए लगातार दबाव का सामना करना पड़ता है और उसे पूरा करने में असफल होने की वजह से अक्सर तनाव में रहने वाला किसान आत्महत्या का कदम उठा लेता है मध्यप्रदेश में किसानों की आत्महत्या के आंकड़े लगातार बढ़ते जा रहे हैं ऐसा ही एक मामला प्रकाश में आया है जब छिंदवाड़ा जिले की तहसील उमरेठ की ग्राम पंचायत सेतपरास में रहने वाले आदिवासी कृषक शानिलाल पिता मारू बरकड़े उम्र 49 वर्ष जो परिवार में कमाने वाला व्यक्ति था।तथा पूर्व से अपने पिता द्वारा लिये गये कृषि ऋण को नहीं चुका पाया था। उसने अपनी जमीन पर सिंचाई के लिए नलकूप का खनन करवाने के उद्देश्य से सेंट्रल मध्य प्रदेश ग्रामीण बैंक शाखा चांदामेटा से किसान क्रेडिट कार्ड के आधार पर वर्ष 2018 में लगभग 4 लाख का लोन लेकर नलकूप उत्खनन करवाया परंतु वह सूखा निकल गया तब मजबूर किसान ने दूसरी बार उसी बैंक से किसान क्रेडिट कार्ड रीन्यू कराकर लोन लेकर नलकूप खनन करवाया जिसमें बहुत कम पानी लगा परंतु कृषक फिर भी हार ना मानते हुए उतने ही सिंचाई व्यवस्था में लागत लगाकर मेहनत कर कृषि से प्राप्त आय से जैसे तैसे अपने परिवार का पालन पोषण कर रहा था परंतु उस कृषि से इतनी आए नहीं हो पा रही थी कि वह बैंक का ऋण चुका सकें बैंक वाले कृषक के घर जा जाकर लगातार ऋण चुकाने का दबाव बना रहे थे नोटिस पर नोटिस पहुंचाई जा रही थी इधर कृषक पर उसके वृद्ध माता-पिता पत्नी और बच्चों के पालन पोषण की जिम्मेदारी थी महंगाई के इस दौर में वह घर खर्च नहीं चला पा रहा था उस पर बैंक का दबाव पर दबाव बनता चला जा रहा था जिससे वह मानसिक प्रताड़ित था। अंततः किसान ने हार मान कर फांसी के फंदे पर झूल कर अपनी इहलीला समाप्त कर ली और अपने परिवार को भगवान भरोसे छोड़ गया। कृषक के घर संवेदना व्यक्त करने पहुंचे राजू पवार (पाठा) जिलाध्यक्ष किसान कांग्रेस छिन्दवाड़ा, मानक बेलवंशी पूर्व सरपंच एवं क्षेत्रीय कांग्रेस अध्यक्ष एवं आदिवासी नेता किशोर उईके को मृतक किसान की बूढ़ी मां, तथा पत्नी ने बिलख बिलख कर अपनी आपबीती सुनाई जिसको सुनकर वहां उपस्थित लोगों की भी आंखें भर आयी। किसान कांग्रेस जिलाध्यक्ष राजू पवार ने इस ऋण के बोझ से दबे किसान के पीड़ित परिवार को सरकार के सामने बात रखने, ऋण माफी कराने तथा हर संभव सहायता सहित न्याय दिलवाने का आश्वासन दिया


