जल संरक्षण को अपने प्राथमिक एजेंडा में शामिल करते हुए ग्रामीण विकास के कार्य करने के दिए निर्देश
कलेक्टर श्रीमती शीतला पटले ने गुरुवार को कलेक्टर कार्यालय के सभाकक्ष में ग्रामीण विकास विभाग की समीक्षा बैठक ली । उन्होंने विभाग के अंतर्गत संचालित मनरेगा, प्रधानमंत्री आवास योजना, अमृत सरोवर अभियान, पुष्कर धरोहर अभियान, ग्रामीण आजीविका मिशन के कार्यों, स्वच्छ भारत मिशन- ग्रामीण के अंतर्गत सामुदायिक स्वच्छता परिसर, व्यक्तिगत शौचालय व ठोस अपशिष्ट प्रबंधन के घटकों की प्रगति, ओडीएफ प्लस ग्रामों की प्रगति, जल अभिषेक अभियान के आयोजन एवं क्रियान्वयन की स्थिति, पोल्ट्री प्रोजेक्ट तामिया की प्रगति, एनएमएमएस डेली प्रोग्रेस रिपोर्ट रिव्यू, राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन, प्रधानमंत्री पोषण शक्ति निर्माण योजना, वाटरशेड विकास घटक के अंतर्गत प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना 2.0 की प्रगति आदि की एक-एक जनपद पंचायतवार विस्तृत समीक्षा की और मनरेगा योजना में कन्वर्जेंस बढ़ाने, पुराने सभी निर्माण कार्यों को गति के साथ पूरा कराने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने सभी जनपद पंचायतों के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों को पानी बचाने के लिए जल संरक्षण की दिशा में अभी से कार्य करने और जल संरक्षण को अपने प्राथमिक एजेंडा में शामिल रखते हुए मनरेगा योजना के अंतर्गत वाटर कंजर्वेशन के कार्य ज्यादा से ज्यादा कराने के निर्देश दिए। उन्होंने बताया कि संबल 2.0 योजना के लिए बड़ी संख्या में आवेदन प्राप्त हो रहे हैं, सभी सीईओ विशेष ध्यान देते हुए आगे की प्रोसेस भी गति के साथ करवाएं। आयुष्मान योजना में जिले में लगभग 11 लाख 78 हजार हितग्राहियों के कार्ड तैयार हो चुके हैं, लेकिन अभी भी लगभग 3 लाख 90 हजार कार्ड बनाना शेष हैं। इस कार्य को गंभीरता से लेते हुए प्रतिदिन अपेक्षित संख्या में आयुष्मान कार्ड बनवाने के लिए विशेष प्रयास करें। अगले माह तक यह कार्य शत-प्रतिशत पूर्ण करना है। उन्होंने पेसा नियम के महत्व पर प्रकाश डालते हुए सभी चारों ट्राइबल ब्लॉक में शासन द्वारा निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार प्रभावी क्रियान्वयन सुनिश्चित कराने के लिए भी निर्देशित किया।
विभागीय योजनाओं की ब्लॉक वाइज समीक्षा के दौरान उन्होंने मनरेगा कन्जर्वेंस कार्यों का प्रतिशत कम पाए जाने पर इसे बढ़ाने के निर्देश दिए और इसकी उपयंत्रीवार जानकारी प्रस्तुत करने के लिए निर्देशित किया। उन्होंने मनरेगा योजना में प्रदेश स्तर पर जिले की रैंकिंग में सुधार होने पर सभी को बधाई दी और इसे और ऊपर ले जाने के निर्देश दिए। मनरेगा लेबर बजट में परासिया, छिंदवाड़ा और सौंसर ब्लॉक का नवंबर माह का प्रतिशत 90 से कम पाए जाने पर नाराजगी व्यक्त की और स्थिति सुधारने के सख्त निर्देश दिए। उन्होंने जल अभिषेक अभियान के अंतर्गत नवंबर माह में 8 और अमृत सरोवरों का निर्माण पूर्ण कराने के निर्देश दिए। उन्होंने पुष्कर धरोहर अभियान के अंतर्गत तामिया और सौंसर ब्लॉक में अभी तक ज्यादा पेंडेंसी पाए जाने पर नाराजगी जाहिर की। साथ ही अमरवाड़ा और परासिया ब्लॉक को भी ध्यान देते हुए इन कार्यों को शीघ्र पूर्ण कराने के निर्देश दिए। एमआईएस रिपोर्ट के अनुसार वर्ष 2019-20 और पूर्व के लंबित 1699 कार्यों को शीघ्र पूर्ण कराने के लिए भी निर्देशित किया। उन्होंने एनएमएमएस के डेली रिपोर्टिंग में आ रही तकनीकी समस्यायों को समझा और समस्या का निराकरण होने तक की स्थिति के पूर्व ऑफलाइन डाटा भी दस्तावेजों के साथ संधारित रखने के लिए निर्देशित किया। बैठक में मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री हरेन्द्र नारायण, अतिरिक्त मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री एस.के.गुप्ता, कार्यपालन यंत्री ग्रामीण यांत्रिकी सेवायें, सभी जनपद पंचायतों के मुख्य कार्यपालन अधिकारी, सहायक यंत्री और जिला पंचायत के परियोजना अधिकारी उपस्थित थे, जबकि फील्ड स्तरीय अन्य अधिकारी और विभाग का अमला वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से बैठक में शामिल हुआ।