नरसिंहपुर शहरी क्षेत्र का किया भ्रमण
कलेक्टर सुश्री ऋजु बाफना ने गुरूवार को नरसिंहपुर शहरी क्षेत्र का भ्रमण किया। उन्होंने जल शोधन संयंत्र, नरसिंह तालाब, सांकल रोड के समीप ट्रेंचिंग ग्राउंड- डंपिंग एरिया और सुभाष पार्क का मुआयना किया।
जल शोधन संयंत्र का निरीक्षणजल शोधन संयंत्र के निरीक्षण के दौरान संयंत्र का रखरखाव और समुचित साफ- सफाई नहीं पाये जाने पर कलेक्टर ने गहरी नाराजगी जताई। उन्होंने निर्देशित किया कि संयंत्र का अच्छे तरीके से रखरखाव सुनिश्चित किया जाये, पुताई करायें। हर सप्ताह टेल एंड पर पानी की टेस्टिंग पीएचई विभाग के माध्यम से कराई जाये।
नरसिंह तालाब का मुआयना
कलेक्टर सुश्री बाफना ने नरसिंह तालाब परिसर का मुआयना किया। उन्होंने नरसिंह तालाब के निर्माण से संबंधित तकनीकी पहलुओं की जानकारी ली और प्रस्तावित कार्य योजना का मैप देखा। इस संबंध में उन्होंने कहा कि डब्ल्यूआरडी एवं एनव्हीडीए के अधिकारियों से भी विचार- विमर्श करें। उन्होंने निर्देशित किया कि अच्छी गुणवत्ता का निर्माण कार्य हो। यह देखें कि यहां और बेहतर से बेहतर क्या किया जा सकता है। उन्होंने पिचिंग, प्रोटेक्शन वॉल, फैंसिंग बाउंड्री, वॉकिंग एरिया, घाट निर्माण, व्यू प्वाइंट प्लेटफार्म, बच्चों के खेलने की व्यवस्था, बोटिंग आदि के बारे में जानकारी ली और आवश्यक निर्देश दिये।
ट्रेंचिंग ग्राउंड का निरीक्षण
कलेक्टर ने सांकल रोड के समीप स्थित नगर पालिका के ट्रेंचिंग ग्राउंड- डंपिंग एरिया का निरीक्षण किया और सेग्रीगेशन का कार्य देखा। उन्होंने सूखा- गीला कचरा सेग्रीगेशन, कचरा निष्पादन एवं इससे जुड़े एनजीओ/ एजेंसी, मटेरियल रिकव्हरी फैसिलिटी- एमआरएफ के बारे में जानकारी ली। उन्होंने सीएमओ को निर्देशित किया कि यहां से कचरा साफ कराने के लिए कार्य योजना तैयार कर शेड्यूल जारी करें। कचरा तेजी से हटवाया जाये। कचरा निष्पादन के कार्य को मॉडल के रूप में विकसित करें। उन्होंने घर- घर से कचरा इकट्ठा करने के बाद अलग- अलग करके बेचने की बात कही, इसका लाभ नगर पालिका के कर्मचारियों को भी मिल सकेगा। कचरा उठाकर निष्पादन करने के बारे में संतोषजनक जबाव नहीं देने पर उन्होंने संबंधित एजेंसी के सुपरवाइजर को हटाने के निर्देश दिये।
सुभाष पार्क का अवलोकन
कलेक्टर ने सुभाष पार्क का अवलोकन किया। उन्होंने बच्चों के खेलने के लिए की गई व्यवस्थाओं के बारे में पूछा। कलेक्टर ने सीएमओ को निर्देशित किया कि शहर में रिक्त शासकीय भूमि पर पार्क विकसित किये जायें।


