पार्टी पदाधिकारियों की उपस्थिति में क्षेत्रवासियों को मिली करोड़ों की सौगात*
जुन्नारदेव :- पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ एवं सांसद नकुलनाथ के विशेष सहयोग एवं विधायक के प्रयासों से स्वीकृत जुन्नारदेव ब्लॉक की कोहनिया रैय्यत ग्रामपंचायत के लोधीढाना से कोकट 2 करोड़ 98 लाख की लागत वाले सड़क मार्ग एवं 88 लाख की लागत वाली नलजल योजना की आधारशिला रख विधायक सुनील उईके ने ग्राम के लोगों की वर्षो पुरानी मांग को पूरा कर अपना वचन निभाया। लोधीढाना के लोगों ने पूर्व में कई जनप्रतिनिधियों से अपनी इन समस्याओं के लिए गुहार लगाई किन्तु आज उन्हें विधायक सुनील उईके ने इस समस्या से निजात दिलाई। कार्यक्रम में उपस्थित जनसमुदाय को संबोधित करते हुए विधायक श्री उईके ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ एवं सांसद नकुलनाथ ने सरकार न होते हुए भी अपने प्रभाव का लाभ उठाते हुए क्षेत्र को कई सौगाते दिलाई है। हम आगे भी क्षेत्र के विकास में कोई कमी नही आने देंगे। सरकार अगर सीधे से नही मानेगी तो हम लड़कर अपने अधिकारों को प्राप्त करेंगे।
*सड़क के साथ कई रंगमंचों की आधारशिला रख चुनरीवाले भैया कर रहे अपने संकल्प को पूरा*
विधायक श्री उईके ने सड़क मार्ग एवं नलजल योजना के साथ साथ क्षेत्र के नौलाखापा, बुर्रीकला, ढूढराल, कोकट एवं उपली में सांसद एवं विधायक निधि से स्वीकृत कई रंगमंचों का भूमिपूजन कर अपने संकल्प को पूरा किया। गौरतलब है कि विधायक श्री उईके प्रतिवर्ष शारदेय नवरात्र में अपनी चुनरी यात्रा निकालते है। उन्होंने इस चुनरी यात्रा के दौरान ही यह संकल्प लिया था कि सम्पूर्ण विधानसभा में अब कोई भी मातारानी कच्चे स्थान पर नही बैठेगी। श्री उईके जब विधायक नही थे तभी से तत्कालीन छिंदवाड़ा सांसद कमलनाथ की सांसद निधि से उन्होंने रंगमंचों का निर्माण प्रारम्भ कराया था। उनके विधायक बनने के पश्चात भी यह कार्य चालू है। 2013 से लगातार चुनरी यात्रा निकाल रहे है, इसलिए क्षेत्र के लोग उन्हें चुनरी वाले भैया के नाम से पुकारते है। इसी कड़ी में आज उन्होंने इस क्षेत्र में रंगमंचों का भूमिपूजन कर अपने संकल्प को बड़ी तेजी से पूरा कर रहे है।
उक्त कार्यक्रमों में विधायक सुनील उईके के साथ पूर्व ब्लॉक अध्यक्ष घनश्याम तिवारी, वरिष्ठ काँग्रेस नेता रमेश राय, क्षेत्रीय प्रभारी राजुद्दीन सिद्दीकी, क्षेत्रीय अध्यक्ष अरुण साहू, शिवमोहन कवरेती, जनपद सदस्य कृष्णकांत चौरासे, सूरज विश्वकर्मा, कैलाश विश्वकर्मा, रमेश आम्रवंशी, शिवचरण ककोडिया, रघुप्रसाद ककोडिया, रेखलाल यादव, रामचरण खरे, हरिराम खरे, रश्मि ककोडिया, मनीलाल यादव, शिव यादव, सूरज उईके, प्रीति इरपाची, नरेंद्र यादव, प्रेमलाल आम्रवंशी, राजकुमार यादव, गुड्डू यादव, पप्पू आम्रवंशी, भीम आम्रवंशी, परसराम धुर्वे, शिवराजजी यादव, कैलास इरपाची, शिवमोहन कवरेती, विनोद नागवंशी, कैलाश परतेती, आशाराम वानवंशी, प्रेमचंद आम्रवंशी, बुकराम मर्सकोले, रामजी आम्रवंशी, कृपाल आम्रवंशी, आशाराम यादव, श्रीराम यादव, बलराज आम्रवंशी, श्यामू आम्रवंशी, महेश आम्रवंशी, मंसलाल आम्रवंशी, सुरेश नागवंशी, समरशा आम्रवंशी, महरलाल यादव सहित बड़ी संख्या में ग्रामीणजन उपस्थित थे।


