शासन प्रशासन की योजनाओं को जन जन तक पहुंचाने वाले सचिवों के सामने वेतन के लाले
सचिव संघ के प्रदेश अध्यक्ष की एक दिवसीय भूख हड़ताल का भी नहीं हुआ शासन-प्रशासन पर असर
जुन्नारदेव ----- ग्राम पंचायतों में रीड की हड्डी कहे जाने वाले पंचायत सचिवों के सामने अब वेतन के लाले पड़े हुए हैं जहां एक और पंचायत सचिव शासन प्रशासन की योजनाओं को जन-जन तक पहुंचाने के लिए महीने के 30 दिन बिना छुट्टी के गांव करते हैं वही उनके इस कार्य का प्रतिफल उन्हें शासन प्रशासन द्वारा वेतन रोककर और उनकी मांगों को दबाकर दिया जाता है जहां पंचायत सचिव शासन प्रशासन की योजनाओं को पूरी तत्परता और तन्मयता से जनता तक पहुंचाते हैं वहीं अब इन्हीं सचिवों के सामने वेतन के लाले पड़े हुए हैं जहां पर बीते 2 माह से पंचायत सचिवों को वेतन का भुगतान नहीं किया गया है ऐसे में कई सचिव ऐसे भी हैं जिनके बच्चे शहर से बाहर पड़ते हैं तो कई ऐसे भी है जिनके बच्चों की स्कूल की फीस भरनी होती है ऐसे में पंचायत सचिवों के सामने आर्थिक संकट उत्पन्न हो गया है जो अपने प्रदेश और प्रदेश से बाहर पढ़ने गए बच्चों के लिए आर्थिक सहायता भी नहीं पहुंचा पा रहे हैं ऐसे में जहां एक और मानसिक दबाव बढ़ रहा है तो वहीं दूसरी ओर बच्चों की पढ़ाई भी प्रभावित हो रही है साथ ही परिवार का बजट भी गड़बड़ा रहा है पंचायत सचिव ने शासन प्रशासन से प्रतिमाह वेतन भुगतान करने का निवेदन किया है
मामा के राज में कर्मचारियों की हालत बदतर ---- देखा जाए तो प्रदेश सरकार द्वारा कर्मचारियों के वेतन को रोककर लगातार उनके साथ नाइंसाफी की जा रही है ऐसे में सचिव संघ भी मामा के राज में कर्मचारियों की हालत बदतर की बात कह रहा है आगामी कुछ महा में विधानसभा चुनाव भी संपन्न होने वाले हैं ऐसे में कर्मचारी संगठन भी अपनी दुर्दशा का रोना रो रहे हैं वही आगामी दिनों में चुनावी बिगुल बजने के बाद पंचायत सचिवों की ही अहम भूमिका ग्राम पंचायतों में रहती है ऐसे में यदि पंचायत सचिव को शीघ्र ही वेतन का भुगतान नहीं किया गया तो निश्चित ही इसका असर आगामी विधानसभा चुनाव पर पड़ने की पूर्ण संभावना है
सचिव संघ के प्रदेश अध्यक्ष की एक दिवसीय भूख हड़ताल का भी नहीं हुआ असर ----- समूचे प्रदेश की ग्राम पंचायतों में कार्यरत सचिव को बीते 2 माह से वेतन का भुगतान नहीं किए जाने के चलते सचिव संघ के प्रदेश अध्यक्ष ने एक दिवसीय भूख हड़ताल की जिसके बाद उन्हें लगा कि शासन-प्रशासन की आंखें खुलेगी और उन्हें वेतन प्राप्त होगा किंतु इसका कोई भी असर शासन प्रशासन पर नहीं पड़ा बल्कि सचिव संगठन एक बार फिर मायूस होकर अपने कार्य पर वापस लौटा ऐसे में अब पंचायत सचिवों को कब वेतन प्राप्त होगा इस पर ही प्रश्नचिन्ह लगा हुआ है फिलहाल ग्राम पंचायतों में कार्यरत सचिवों ने शासन प्रशासन सहित जनप्रतिनिधियों से शीघ्र ही वेतन दिलाए जाने की


