लुईस ब्रेल के जन्मदिवस पर आज जिला दिव्यांग पुनर्वास केन्द्र छिन्दवाडा में ब्रेल दिवस मनाया गया। इस अवसर पर उप संचालक सामाजिक न्याय एवं निःशक्त जन कल्याण श्री एस.के.गुप्ता द्वारा दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। उन्होंने दृष्टिबाधित दिव्यांगजन श्री गौतम नागवंशी और श्री राजू वर्मा को ब्रेल किट व स्वेटर भी प्रदान की ।
जिला दिव्यांग पुनर्वास केन्द्र के प्रशासनिक अधिकारी श्री पंचलाल चंद्रवंशी ने बताया कि केन्द्र में पदस्थ मोबिलिटी इंस्ट्रक्टर श्री रविन्द्र सनोडिया द्वारा ब्रेल लिपि के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुये बताया गया कि दुनिया भर में दृष्टिबाधितों के लिए ये दिन बहुत खास है। ब्रेल दिवस लुईस ब्रेल नाम के शख्स के जन्मदिन के मौके पर मनाया जाता है। लुईस ब्रेल एक आविष्कारक है जिन्होंने ब्रेल लिपि का आविष्कार किया था। ब्रेल लिपि एक भाषा है जिसका उपयोग आंखों से देख नहीं पाने वाले लोग लिखने और पढ़ने के लिए करते हैं। जो लोग जन्मजात या किसी कारणवश अपनी आंखों की रोशनी खो देते हैं, उनके लिए समाज में अन्य लोगों के बराबर खड़े होने, उन्हें पढ़ाई से वंचित न होना पड़े और वह अपनी शारीरिक कमी के बाद भी आत्मनिर्भर बन सकें, इसके लिए ब्रेल लिपि का आविष्कार करके लुईस ब्रेल दुनिया भर के दृष्टिबाधितों के मसीहा बन गये। इस अवसर पर केन्द्र में लुईस ब्रेल के जन्मदिवस के उपलक्ष्य में केक काटा गया। साथ ही दृष्टिबाधित दिव्यांग श्री शिव विश्वकर्मा द्वारा मनमोहक बांसुरी वादन और श्री लक्ष्मण प्रसाद डेहरिया द्वारा गीत का गायन किया गया। केन्द्र के प्रशासनिक अधिकारी ने अंत में दिव्यांगजनों का आभार व्यक्त किया । इस अवसर पर केन्द्र के डॉ.नम्रता सूर्यवंशी, डॉ.दीपिका वर्मा, डॉ.प्रियंका उइके, श्रीमती वरलक्ष्मी नायडू, श्रीमती कमलेश डेहरिया, श्रीमती सोनम साहू, श्रीमती राधिका श्रीवास्तव, सुश्री करिश्मा बोपचे और अन्य कर्मचारी उपस्थित थे।


