
जिले के किसानों का उद्यानिकी फसलों के प्रति रूझान बढ़ रहा है तथा वे ड्रिप सिंचाई पध्दति और मल्चिंग द्वारा फसल विविधीकरण अपनाते हुये उद्यानिकी फसलों की खेती कर रहे हैं । जिले के विकासखंड परासिया के ग्राम बिजोरी गुमाई के प्रगतिशील कृषक श्री राम पवार पिता दशरथ पवार एक ऐसे कृषक हैं जो उद्यानिकी फसल आलू की पैदावार ले रहे है और खेती को लाभ का धंधा बनाये हुये हैं । इस खेती से रबी मौसम में उन्हें लगभग 8.64 लाख रूपये की वार्षिक आय हुई है और वे निरंतर आर्थिक रूप से समृध्द हो रहे हैं ।
ग्राम बिजोरी गुमाई के प्रगतिशील कृषक श्री राम पवार के पास 2.430 हेक्टेयर कृषि भूमि है। वे पहले पारंपरिक पध्दति से साग-भाजी की खेती करते थे जिससे उन्हें लगभग 15 से 18 हजार रूपये की आमदनी होती थी । सिंचाई की सुविधा नहीं होने से सिंचाई की व्यवस्था करने में लागत ज्यादा आती थी और मजदूर लगाने पर मजदूरी भी ज्यादा देनी पड़ती थी। उद्यानिकी विभाग के अधिकारियों ने जब उन्हें बताया कि जिले में प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना संचालित की जा रही है तथा इस योजना के अंतर्गत अनुदान पर ड्रिप सिंचाई की सुविधा उपलब्ध है । विभागीय अधिकारियों ने उन्हें ड्रिप सिंचाई पध्दति से खेती करने की तकनीकी सलाह भी दी तो उनमें अत्याधुनिक तरीके से उद्यानिकी फसलों की खेती के प्रति एक नई आशा का संचार हुआ । उन्होंने इस योजना का वर्ष 2015-16 में लाभ लिया और उस समय 1.000 हेक्टेयर में खेती प्रारंभ की । अब वे पूरे रकबे 2.430 हेक्टेयर में बहुत ही कम पानी में फसल ले रहे हैं जिससे जहां उनके फसल उत्पादन में वृध्दि हुई है, वहीं सिंचाई की लागत और मजदूरी में भी कमी आई है। प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के अंतर्गत ड्रिप सिंचाई संयंत्र लेने पर उन्हे उद्यानिकी विभाग से 47 हजार रूपये का अनुदान भी मिला है । उन्होंने रबी में आलू की फसल का लगभग 42 टन उत्पादन लिया है । इस फसल से उन्हें इस रबी मौसम में प्रति एकड़ 1.44 लाख रूपये के मान से 8.64 लाख रूपये की शुध्द आय प्राप्त हुई है। वे खरीफ मौसम में तरबूज, खरबूज, टमाटर आदि की फसल लेते हैं । उन्होंने अपने कच्चे मकान को पक्का कर लिया है और मोटरसायकल व ट्रेक्टर भी खरीद लिया है । उनके पास अब नलकूप की सुविधा के साथ ही ट्रेक्टर, रोटावेटर, कल्टीवेटर आदि भी उपलब्ध है । उनके परिवार में माता-पिता व पत्नी के अलावा उनकी एक बेटी डेढ वर्ष की है जिनकी वे अच्छी तरह से परवरिश कर रहे हैं । उन्होंने किसान क्रेडिट कार्ड बनवाया है और सोसायटी से इस कार्ड द्वारा खाद भी प्राप्त की है । उद्यानिकी विभाग की योजनाओं से उन्हें अत्यंत लाभ हुआ है तथा उनकी फसल की लागत कम हो गई है जिससे वे आर्थिक रूप से समृध्द हो गये हैं और आत्मनिर्भर बनते जा रहे हैं । अपनी इस समृध्दि के कारण जहां वे प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के प्रति धन्यवाद ज्ञापित कर रहे हैं, वहीं अन्य कृषकों को भी उद्यानिकी फसलों की खेती के लिये प्रेरित कर रहे हैं ।

