शासकीय स्वशासी स्नातकोत्तर महाविद्यालय छिन्दवाड़ा के प्राचार्य डॉ.पी.आर.चंदेलकर के मार्गदर्शन में वाणिज्य विभाग में “प्रोफेशनल कोर्सेस इन कॉमर्स” विषय पर आज एक दिवसीय व्याख्यान संपन्न हुआ । महाविद्यालय के वाणिज्य संकाय के विभागाध्यक्ष डॉ.अनिल जैन के नेतृत्व में विषय विशेषज्ञ एवं जिले के चार्टर्ड एकाउंटेट श्री सचिन वर्मा ने इस कार्यक्रम में बी.कॉम प्रथम वर्ष व बी.बी.ए.प्रथम वर्ष के विद्यार्थियों के साथ "प्रोफेशनल कोर्सेस इन कॉमर्स विषय पर चर्चा की ।
शासकीय स्वशासी स्नातकोत्तर महाविद्यालय छिन्दवाड़ा के प्राचार्य डॉ.चंदेलकर ने बताया कि विषय विशेषज्ञ श्री सचिन वर्मा द्वारा अध्ययनरत विदयार्थियों को बताया गया कि चार्टर्ड एकाउंटेंट का कोर्स किस प्रकार किया जाये, कितने पेपर के अध्ययन इस प्रोफेशनल कोर्स में होते हैं, किस प्रकार से तैयारी की जाती है और विषयों के अध्ययन में कौन-कौन सी पुस्तकों से अध्ययन किया जाता है। उन्होंने विषय की समस्याओं को हल करने के लिए म.प्र.के इंदौर शहर में अथवा महाराष्ट्र के नागपुर शहर में किन कोचिंग संस्थाओं में जाना है, आदि समग्र बातों को सरलतम व सहजता से अपने व्याख्यान में विद्यार्थियों को बताया । कार्यक्रम में विभागाध्यक्ष डॉ.अनिल जैन ने विदयार्थियों को विषय विशेषज्ञ एवं जिले के चार्टर्ड एकाउंटेट श्री सचिन वर्मा के संबंध में विस्तार से जानकारी देते हुये बताया कि उन्होंने इसी महाविद्यालय के वाणिज्य संकाय से शिक्षा ग्रहण करने के बाद सी.ए.की तैयारी कर चार्टर्ड एकाउंटेंट बने हैं | भूतपूर्व छात्र होने के नाते वे नियमित अध्ययनरत वाणिज्य विषय के विद्यार्थियों को अपने विषय से जुड़ने और आगे चलकर चार्टर्ड एकाउंटेट के क्षेत्र में कैरियर बनाने के लिये विशेष रूप से प्रोत्साहित करने आये हैं । वे विद्यार्थी जीवन से रंगमंच के एक मंझे हुये कलाकार रहे हैं तथा छात्र जीवन में स्नेह सम्मलेन में होने वाले नाटको में हर बार प्राइज विनर रहे हैं और आज भी रंगमंच के नाटकों को राष्ट्रीय एवं राज्य स्तरीय प्रतिस्पर्धा में प्रस्तुति दे रहे हैं । प्रारंभ में आमंत्रित विषय विशेषज्ञ और अन्य अतिथियों का पुष्प गुच्छ से स्वागत किया गया। कार्यक्रम का संचालन मैनेजमेंट विभाग के प्रभारी श्री आनंद नेमा और आभार प्रदर्शन डॉ.सुप्रिया साहू ने किया । इस अवसर पर कार्यक्रम के प्रभारी संयोजक व सहायक प्राध्यापक श्री मनोहर सिंह, वाणिज्य विभाग की वरिष्ठ प्राध्यापिका श्रीमती हर्षलता उइके, अन्य प्राध्यापक और विद्यार्थीगण उपस्थित थे ।


