ग्राम पंचायत को सूचना देने पर भी नही ली सुध
-शुक्रवार को रामाकोना में इंडियन बैंक के पीछे सवरनी मार्ग पर एक गाय ने एक बछड़े को जन्म दिया। जन्म देने के बाद गर्भाशय से निकलने वाली बोम्बी आंवल के साथ बच्चेदानी बाहर आ गई। इस बच्चेदानी के बाहर निकलने से गाय तड़पती बिलखती रही तभी आस पास के दुकान संचालकों द्वारा फोन कर ग्राम पंचायत को सूचना दी गई किन्तु ग्राम पंचायत द्वारा किसी भी तरह गाय को बचाने प्रयास नही किया गया जिसके बाद सूचना अंतराष्ट्रीय राष्ट्रीय बजरंग दल के जिला गोरक्षा परिषद के महामंत्री राकेश ठाकरे को दी गई जिसके बाद तत्काल रामाकोना के किसान कृषि केंद्र के संचालक प्रीतम जी डवले, अक्षर भास्कर संवाददाता अभय राठौर, द्वारा रामाकोना पशु चिकित्सालय के डॉक्टर रविंद्र धुर्वे और गोसेवक अन्नाजी धुंडे, गोसेवक गणेश जेवार, मौके पर पहुंचे और तुरंत ही गाय द्वारा बच्चे को जन्म देने के दौरान बाहर निकली मच्छरदानी को सही तरीके से गाय के पेट में सुरक्षित वापस डाला गया इस पूरी प्रक्रिया में 1 घंटे बाद सफलता प्राप्त हुई पीड़ित गाय का सफल ऑपरेशन कर आवश्यक दवाएं हरा चारा देकर गोमाता को बचा लिया गया है।
अब गाय खतरे से बाहर
डॉक्टर रविंद्र जी धुर्वे ने बताया कि गाय अब खतरे से बाहर है। प्रीतम जी डवले ने बताया कि भारतीय संस्कृति में भले ही गाय को मां का दर्जा दिया गया है। मगर, सच्चाई यह है कि इसी मां की हालत पर न तो गो पालकों को और न ही शासन-प्रशासन को रहम आ रहा है। आज तक स्थानीय निकाय ने गायों की देखभाल के लिए कोई कारगर कदम नहीं उठाए और गोपालको द्वारा अपने पशुओं को बेसहारा सड़को पर छोड़ दिया जाता है।
राष्ट्रीय बजरंग दल के जिला गोरक्षा परिषद के महामंत्री राकेश ठाकरे का कहना है कि गोपालकों द्वारा जिस तरह से अपने पशुओं को सड़को पर मरने के लिए छोड़ दिया जाता है एसे पशु मालिको पर स्थानीय ग्राम पंचायत द्वारा कार्यवाही की जानी चाहिए ।