छिंदवाड़ा :- मिशन विभाग ने स्वच्छ सुजल शक्ति सम्मान- 2023 के पुरस्कार का भी सामना किया है, इसलिए जल क्रियान्वयन इकाई सिवनी के चुनौतीपूर्ण कार्य को बखूबी निभाते हुए तो आने वाले समय राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु के हाथों जल संरक्षण के लिए
मोहखेड़ विकासखंड के ग्राम ग्राम गढ़मऊ की जल सखी ग्राम जल एवं स्वच्छता तदर्थ समिति 54.89 करोड़ रुपए की मोहखेड़ अपने गांव को शत-प्रतिशत गांव की गढ़मऊ में रहने वाली अनिता चौधरी अनीता गृहणी है। गांव में समूह जन्त की सदस्य होने के नाते समूह जल प्रदाय योजना 30 ग्रामों श्रेणी में ला दिया है। अनीता ने पानी का चयन केन्द्रीय जल शक्ति प्रदाय योजना आने के पूर्व उन्होंने जिम्मेदारीपूर्वक समिति की मासिक में संचालित है। ग्राम गढ़मऊ इन की शुद्धता की जांच करने का स्वयं और गांव के लोगों के साथ
मंत्रालय के पेयजल एवं स्वच्छता
अनिता चौधरी
पानी की समस्या से जूझते हुए देखा है। अक्सर वाद-विवाद की स्थिति जलप्रदाय योजना के प्रारंभ से ही बैठक और जलकर के आय-व्यय ग्रामों में शामिल है ग्राम में 112 प्रशिक्षण भी लिया है।
जल निगम की परियोजना बताया कि विकासखंड मोहखेड़ में
उन्होंने बताया कि अनीता ने राजस्व वसूली की राशि जल निगम में जमा करती है।
ऐसे सम्मान की हकदार बनी अनीता
1. गांव में समूह जलप्रदाय योजना के प्रारंभ से ही अनीता चौधरी ग्राम जल व स्वच्छता तदर्थ समिति की सदस्य हैं। वे जिम्मेदारी के साथ मासिक बैठकों में उपस्थिति देती हैं। बैठक में जल कर के आय-व्यय जानकारी भी रखती हैं। गांव की महिलाओं को जल संरक्षण के लिए लगातार जागरुक करती हैं।
2. अनीता सृष्टि स्व सहायता समूह की सदस्य हैं। जल सखी के रूप में भी कार्य करते हुए उन्होंने राजस्व वसूली के चुनौतीपूर्ण कार्य को बखूबी निभाया और गांव में 100 प्रतिशत जल कर वसूली का कार्य किया है। 8. उन्होंने गांव में हर घर में नल कनेक्शन के लिए लोगों को प्रेरित किया। उनके इस
प्रयास से ग्राम गढ़मऊ हर घर जल ग्राम घोषित है।
4. पानी की शुद्धता की जांच करने का प्रशिक्षण लेकर गांव में पानी की समय समय
पर जांच कर लोगों को अवगत कराती हैं। जांच के लिए अन्य लोगों को भी प्रशिक्षित कर रही है। 5. वे महिलाओं के बीच जाकर उन्हें पानी का महत्व बताते हुए कम खर्च के लिए
अनीता ने कहा कि उन्हें सम्मान मिल रहा है यह तो खुशी की बात है ही, साथ ही गांव के लिए जितना हो सके हर संभव प्रयास रहेगा इस बात की उन्हें ज्यादा खुशी है। वह बताती है कि वर्ष 2018 से वे जल तदर्भ समिति के जल प्रदाय योजना के साथ जुड़कर कार्य कर रही थी। अब स्व सहायता समूह के साथ भी काम कर रही हैं यह सब कार्य करने के बाद वे गौरवान्वित महसूस कर रही।


