परासिया / दिधावानी की गैस एजेंसी के खिलाफ कई शिकायते मिल रही है। जिसके कारण गैस एजेंसी विवाद में है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सबसे गंभीर शिकायत यह है। कि गैस एजेंसी कर्मचारियों के द्वारा अधिक कीमत लेकर अवैध रूप से सिलेंडर बेचे जा रहे हैं। पता चला कि कुछ ऐसे ग्राहक है जिनके पास वैद्य कनेक्शन नहीं है। उन्हें भी अधिक राशि लेकर भरे सिलेंडर दिए जा रहे हैं। अवैध सिलेंडर को लेकर जो लोग नियमित रूप से प्रतिमाह सिलेंडर नहीं भरवाते हैं। एजेंसी के रिकॉर्ड में उनके नाम पर सिलेंडर दे देना बता रहे हैं। इसके अलावा क्षेत्र में कई होटल एवं ढाबों में व्यावसायिक सिलेंडर की जगह घरेलू कुकिंग सिलेंडर का इस्तेमाल किया जा रहा है। गैस एजेंसी से ब्लैक में उन्हें सिलेंडर ने दिए जा रहे हैं ।यह भी पता चला है कि दीघावानी की गैस एजेंसी ग्राहक को देने के लिए जो क्षेत्र निर्धारित किया गया है ।उसके बाहर के क्षेत्रों में भी जैसे खिरसाडोह , परासिया ,चांदामेटा मे भी सिलेंडर दिए जा रहे हैं। सूत्रों ने बताया कि गैस एजेंसी को भरे गैस सिलेंडर घर पहुंचा कर देना है। एवं उसमें निर्धारित शुल्क भी जुड़ा रहता है। लेकिन एजेंसी के कर्मचारियों के द्वारा घर पहुंच सेवा को लेकर 50 रु तक लिए जा रहे हैं कई ग्राहकों ने बताया कि उनका सिलेंडर कम दिन चलता है।जिससे ऐसा लगता है कि सिलेंडर में गैस कम रहती है कई ग्राहकों की यह भी शिकायत है।,की बुकिंग कराने के बाद उन्हें समय पर सिलेंडर नहीं मिलता है देखने में यह भी आया है कि व्यवसाय करने वाले स्व सहायता समूह जो बड़े पैमाने पर माधायन्य भोजन का काम करते हैं। वहां पर कर्मरशियल सिलेंडर का उपयोग न करके घरेलू सिलेन्डंर का उपयोग किया जा रहा है। इसके अलावा वेल्डिंग वर्कशॉप और कबाड़ियों के यहां लोहा काटने में घरेलू सिलेंडर का उपयोग हो रहा है।आर्थिक लाभ कमाने के लिए दिधावानी की गैस एजेंसी से यहां पर भी ब्लैक में सिलेंडर दिए जा रहे हैं। उज्ज्वला योजना के अंतर्गत बहुत से गरीब सिलेंडर नहीं भरा रहे लेकिन उनके नाम पर भी फर्जीवाडा किया जा रहा है।

