छिंदवाड़ा:-मोहखेड़ तहसील में पदस्थ तहसीलदार मुख्यालय पर न रहकर छिंदवाड़ा शहर से अप-डाउन करती हैं। जिससे तहसील के काम-काज पर असर पड़ रहा है और काम न होने से परेशान ग्रामीणों व किसानों में आक्रोश है।जनता की सुविधा के लिए यहां तहसील कार्यालय तो खोल दिया गया, लेकिन यहां पदस्थ मेड़म की मनमानी ने लोगों के लिए सबसे बड़ी असुविधा बन गई है। मोटा वेतन व खास सुविधाएं पाने वाले तहसीलदार मेड़म की आराम तलबी से लोग परेशान हैं।कलेक्टर भी जिले की बैंठक में तहसील मुख्यालय पर ही तहसीलदार व पटवारियों के निवास किए जाने के दिशानिर्देश देते है। किंतु अफसोस इस बात का है कि छिंदवाडा एसडीएम सुधीर जैंन इस मामले पर कोई ध्यान नहीं देते है.जिसका नतीजतन तहसीलदार मेड़म और पटवारियों की मनमर्जी का आलम चल रहा है।जिस तरह से तहसीलदार मेड़म छिंदवाड़ा से अपडाउन करके मनमौजी तरीके से काम कर रहे हैं उसी तरह पटवारी भी साहब के अनुपथगामी बने हैं। वे भी मुख्यालय पर नहीं रहते हैं न अपने हल्कों में ही जाते हैं। बाकी कर्मचारी भी तहसील मुख्यालय से गायब बने रहते हैं। कई पटवारी तो अक्सर किसानों से अभ्रदता का व्यवहार करते और हर काम के दाम लगाते दिखाई देते हैं।सबंधित मामले पर लगातार यह आरोप सामने आने के साथ जनप्रतिनिधि भी शिकायत करते दिखाई नजर आते है।

