जरूरतमंद पीड़ित मरीजों के लिए मसीहा के रूप में काम कर रहे हैं समाजसेवी रिंकू रितेश चौरसिया
मानव सेवा, गौ सेवा, बेटी बचाओ एवं पर्यावरण संरक्षण में अपना अमिट नाम बना चुके हैं समाजसेवी रिंकू रितेश चौरसिया
जिले भर में रक्तदान करवा कर 1835 जिंदगी बचाने में कारगर सिद्ध हुए
जिला छिंदवाड़ा में किसी भी जरूरतमंद पीड़ित मरीज को कही भी रक्त लग रहा हो तो उसके मुंह में केवल एक ही नाम आता वह है जागते रहो ग्रुप खून का रिश्ता ग्रुप के संचालक समाज सेवी रिंकू रितेश चौरसिया का, ये विगत आठ वर्षो से निरंतर 24 सो घंटे जिले भर से कहीं से भी किसी भी मरीज को रक्त की आवश्यकता पड़ने पर नि:स्वार्थ भाव से निःशुल्क उस मरीज की जान बचाने हेतु तत्काल रक्त मुहिया करवाते हैं। समाजसेवी रिंकू रितेश चौरसिया ने रक्तदान महादान के संकल्प को निभाने के लिए जागते रहो ग्रुप खून का रिश्ता ग्रुप का निर्माण किया। जिले भर से 5000 से अधिक सदस्यों को जोड़ा गया। जिनके माध्यम से जिले भर में मानव सेवा, गौ सेवा, बेटी बचाओ एवं पर्यावरण संरक्षण राष्ट्रहित समाज हित उत्कर्ष कार्य निरंतर किये जा रहे है। इनका मानना है। माटी के तन को पाया है एक दिन मिट्टी मिल जाना है क्यों न जीते जी कुछ थोड़ा ही सही कुछ दूसरों के लिए कर जाना है,, नर सेवा श्री नारायण सेवा की तर्ज पर इस भावना के अंतर्गत यह निरंतर जरूरतमंद पीड़ितों की मदद करते रहते हैं। समाजसेवी रिंकू रितेश चौरसिया ने बताया हमारे जिला छिंदवाड़ा में 350 से अधिक सिकल सेल एवं थैलेसीमिया के मरीज है जो केवल दूसरों के रक्त पर जिंदा है। रक्त किसी पेड़ पौधे या फैक्ट्री में उत्पन्न नहीं होता है, रक्त एक इंसान के अंदर उत्पन्न होता है और जब तक एक जरूरतमंद पीड़ित मरीज की जान बचाने के लिए आप अपना हाथ आगे नहीं करेंगे अर्थात रक्तदान नहीं करेंगे तो सोचिए उस मरीज की जान कैसे बचेगी, कई ऐसी गंभीर बीमारियां हैं, जिनमें व्यक्ति की जान पूरी तरह उसके ब्लड डोनर पर निर्भर करती है। ऐसे में कभी भी ब्लड डोनेट करने से पीछे न हटें। यह सामने वाले के जीवन को बचाने के साथ-साथ आपकी सेहत को भी बनाए रखने में मदद करेगा। अब आपके मन मे सवाल आना स्वभाविक है, कि आखिर ब्लड डोनेट करना एक डोनर के लिए कैसे फायदेमंद हो सकता है। तो आज आपके इसी सवाल का जवाब लेकर हम आए हैं रक्तदान करने के छः महत्वपूर्ण फायदे है जानिए *1. शरीर में मौजूद हानिकारक आयरन को बाहर निकालता है* यूएस में 200 लोगों में से एक व्यक्ति हेमोक्रोमेटोसिस कि स्थिति से ग्रसित हैं। कई लोग इस शब्द से परिचित नहीं होंगे, तो आपको बताएं कि यह एक ऐसी बीमारी है, जिसमें आपके शरीर में आयरन की मात्रा बहुत ज्यादा होती है। जो सेहत के लिए हानिकारक हो सकती है। ऐसे में ब्लड डोनेट करने से शरीर में मौजूद एक्स्ट्रा आयरन बाहर निकल जाता है। वहीं दी सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रीवेंशन के अनुसार शरीर में आयरन की अधिकता को कम करने के लिए ब्लड डोनेट करना एक सबसे अच्छा और प्रभावी उपाय हैं। 2. दिल से जुड़ी बीमारियों की संभावना को कम करता है अमेरिकन जर्नल ऑफ एपिडेमियोलॉजी द्वारा प्रकाशित है कि स्टडी के अनुसार साल में कम से कम एक बार रक्तदान करने से हार्ट अटैक की संभावना 88 प्रतिशत तक कम हो जाती है। खून में आयरन की अधिक मात्रा ब्लड वेसल्स को ब्लॉक कर देती हैं। जिसकी वजह से हार्ट अटैक की संभावना बढ़ जाती है। ऐसे में ब्लड डोनेट करने से शरीर से एक्स्ट्रा आयरन रिलीज होता है और आपको स्वस्थ रहने में मदद मिलती है। 3. मानसिक स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद* रक्तदान करना शारीरिक स्वास्थ्य के लिए जितना महत्वपूर्ण है उतना ही यह मानसिक स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद होता है। नियमित रूप से रक्तदान करना एक प्रकार का सामाजिक कार्य है। वहीं कई ऐसे जरूरतमंद है जिन्हें इसकी सख्त जरूरत होती है। ऐसे में किसी की जान बचाने या मुश्किल वक्त में किसी के काम आने से रक्तदान करने से आपको अंदर से खुशी महसूस होती है। जो आपके साइकोलॉजिकल हेल्थ के लिए काफी फायदेमंद है। वहीं रिसर्च में देखा गया कि नियमित रूप से रक्तदान करने वाले व्यक्ति में डिप्रेशन एंग्जाइटी और अकेलेपन जैसी समस्याओं की संभावना बहुत कम होती है। क्योंकि वह मानसिक रूप से संतुष्ट और खुश रहती हैं। इसी के साथ यह नकारात्मकता को दूर करने में मदद करता है। 4. लिवर को स्वस्थ रखता है शरीर में आयरन की अधिकता लीवर की सेहत के लिए भी हानिकारक होती है। वहीं कुछ सालों में नॉन अल्कोहलिक फैटी लीवर की समस्या में काफी तेजी से बढ़ोतरी देखने को मिली है। ऐसे में शरीर में आयरन की अधिकता हेपेटाइटिस सी और अन्य लिवर से जुड़े इंफेक्शन का कारण बन सकती है। ऐसे में रक्तदान करने से शरीर से एक्स्ट्रा आयरन को बाहर निकालने में मदद मिलती है और आपका लीवर स्वस्थ रहता है। 5. फ्री हेल्थ चेकअप की सुविधा रक्तदान करने से पहले आपके शरीर की स्क्रीनिंग होती है। ऐसे में आपके कई चेकअप फ्री में होते हैं जिन्हें आमतौर पर करवाने में हजारों रुपए खर्च करने पड़ते हैं। सामान्य रूप से पल्स रेट, ब्लड प्रेशर, बॉडी टेंपरेचर और हिमोग्लोबिन का स्तर मापा जाता है। वहीं यदि आपके खून में या शरीर में किसी प्रकार की समस्या होती है, तो डॉक्टर आपको इसकी सूचना दे देते हैं और रक्तदान करने से मना कर देते हैं। शरीर को स्वस्थ रखने का यह एक बेहतर तरीका है। जिसमें दूसरों कि सेहत के साथ-साथ आप अपनी सेहत का भी ख्याल रख सकती हैं। *6. निरंतर रक्तदान करने से कोलेस्ट्रॉल कम होता है* रक्तदान करने से शरीर में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा कम होती है। रक्तदान करते ही 650 कैलोरी बर्न होती है। इससे हार्ट अटैक की संभावना भी बहुत कम हो जाती है। नए रक्त बनने की संभावना भी बढ़ जाती है। ऐसे में हर तीन महीने या चार महीने में स्वैच्छिक रक्तदान खुद के स्वास्थ्य के साथ दूसरों की जिंदगी भी बचाने का काम कर सकते हैं। अपना खून दूसरों की नसों में बहाने का एक बहुत अच्छा माध्यम है रक्तदान, सदैव जरूरत पड़ने पर किसी भी मरीज की जान बचाने के लिए अपना हाथ आगे कर रक्तदान अवश्य करें।

