छिन्दवाड़ा/ मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.जी.सी.चौरसिया के मार्गनिर्देशन में शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र सुकलूढाना में मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम के अंतर्गत स्वास्थ्य परीक्षण शिविर संपन्न हुआ । शिविर में 71 लोगों का मानसिक स्वास्थ्य परीक्षण कर उन्हें प्राथमिक उपचार दिया गया ।
जिला स्वास्थ्य मीडिया अधिकारी डॉ.प्रमोद वासनिक ने बताया कि शिविर में मनोरोग चिकित्सक डॉ.पूनम ठाकुर द्वारा मानसिक रोग की पहचान के लक्षण बताते हुये कहा कि किसी भी व्यक्ति में दो सप्ताह से अधिक समय से लगातार उदासी बनी रहती है और किसी भी काम में मन ना लगे, खुशी का अनुभव न हो, अपने अंदर ऊर्जा की कमी महसूस करे, भूख व नींद में बदलाव हो, चिंता, बेचैनी, हिचकिचाहट का बढ़ना, एकाग्रता में कमी, स्वयं में निराशा रहना, अपराध बोध का होना, खुद को बेकार महसूस करना, खुद को नुकसान पहुंचाने की चेष्टा करना आदि मानसिक रोग के लक्षण हो सकते हैं । उन्होंने कहा कि मानसिक रोग से बचने के लिए नियमित योग व व्यायाम करें, व्यसन से दूरी बनाये रखें, रात का भोजन संतुलित व सुपाच्य करें, ज्यादा तनाव नींद में बाधा उत्पन्न करता है, इसलिए अच्छी नींद के लिए तनावमुक्त रहें, सोने से पहले मोबाइल या टीवी नहीं देखें । मानसिक और भावनात्मक समस्या महसूस होने पर जिला अस्पताल के मनकक्ष में संपर्क करें अथवा टेलीमानस हेल्पलाइन नंबर 14416 या 1800-891-4416 पर संपर्क करें । कार्यक्रम में जिला स्वास्थ्य मीडिया अधिकारी डॉ.वासनिक, उप जिला मीडिया अधिकारी श्रीमती यशोदा वाघमारे, मनोरोग नर्सिंग ऑफिसर सुश्री रूपाली यादव, नर्सिंग ऑफिसर सुश्री पूजा अवस्थी, श्री रघुनाथ वर्मा और संस्था का समस्त स्टाफ उपस्थित था ।

