छिन्दवाड़ा-प्रशासन व शिक्षा विभाग के संयुक्त प्रयास से एमएलबी स्कूल पुस्तक मेला आयोजित किया गया किंतु पालकों को राहत दिलाने की बजाय पीड़ा पहुँचाई दबंग दुकानदार ने। जन सेवा हिताय सेवा हिताय की अध्यक्ष श्रीमती हर्षा बानोदे ने बताया कि 13 मई को मेले में पुस्तक खरीदने आये अभिभावक राजेश जैन के साथ शुभम स्टेशनरी के संचालक संजय कौशल द्वारा अभद्रता की गई गाली गलौज की गई साथ ही फर्जी बिल पकडाकर धोखाधड़ी करने का वीडियो पूरे जिले में सोशल मीडिया में देखा इससे स्पष्ट है की दबंग स्टेशनरी संचालक को प्रशासन का भी खौफ नहीं है । दुर्भाग्य की बात है कि प्रशासन की देखरेख में चल रहे मेले में दबंग स्टेशनरी संचालक शुभम स्टेशनरी के संचालक संजय कौशल ने बिना डर अपनी गुंडागर्दी दिखाई और शिक्षा विभाग के अधिकारी व बाबू उसके विरोध करने की बजाय उसका बचाव करते नजर आए। जिससे पूरा जिला हतप्रभ है। सिंगर बादल भारद्वाज ने कहा - जिससे पीड़ित अभिभावक द्वारा थाना कोतवाली में पहुचकर रिपोर्ट भी दर्ज कराई गई है किन्तु सब कुछ स्टेशनरी संचालक के खिलाफ सबूत होते हुए भी मौन रहना प्रशासन पर प्रश्नचिन्ह लगाता है। हम आज संगठन की ओर से मांग करते है कि ऐसे शिक्षा माफिया और स्कूल संचालकों पर कार्यवाही की जाए जो जिले में मुनाफाखोरी व लूट से पालकों को बचाया जा सके, समाजसेवी अखिल सूर्यवंशी ने कहा कि अनेक सीबीएसई स्कूलों की कापी पुस्तक सिर्फ शुभम की ही दुकान में साठ गांठ से बिक रही है, जो नियम विरुद्ध है, इसका प्रमाण इस विवाद के दौरान हो भी गया किंतु आज तीन दिन बीत जाने के बाद भी दुकान संचालक व जुड़े स्कूल संचालकों पर किसी भी प्रकार की कार्यवाही नहीं किया जाना खेद जनक है। हम आपसे अनुरोध करते हैं कि दोषी दुकानदार पर कार्रवाई करते हुए, अभिभावकों को राहत दिलाई जाए, वह इसे साठ गांठ करने वाले अधिकारियों बाबू और स्कूल संचालको पर तत्काल कार्रवाई की जाए, और वर्षो से लुट रहे पालकों को मुनाफाखोरी से मुक्त कराया जाए। यदि प्रशासन द्वारा कार्रवाई नहीं की जाएगी तो हमारा संगठन उग्र आंदोलन करेगा।
ज्ञापन सौपने ये रहे उपस्तिथ -
जन सेवा हिताय संगठन अध्यक्ष श्रीमती हर्षा बनोदे कोषाध्यक्ष लक्ष्मी निमजे माधुरी तोमर रूपा प्रधान युवा प्रभारी सिंगर बदल भारद्वाज वरिष्ठ पत्रकार रितेश राय जी जितेंद्र अलबेला मीडिया डॉ राम आमगोरिया प्रभारी अखिल सूर्यवंशी सागर भारद्वाज शुभम मनरोल गोलू वर्मा आदि उपस्थित हुए

