लापरवाहों को नोटिस जारी करने के निर्देश दिया
छिन्दवाड़ा /कलेक्टर श्री शीलेंद्र सिंह की अध्यक्षता एवं जिला पंचायत सीईओ श्री पार्थ जैसवाल की उपस्थिति में जिला स्वास्थ्य समिति की समीक्षा बैठक का आयोजन आज कलेक्टर कार्यालय के सभाकक्ष में किया गया, जिसमें स्वास्थ्य विभाग एवं महिला एवं बाल विकास विभाग के राष्ट्रीय कार्यक्रमों की समीक्षा की गई और आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए । बैठक में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. एन.के. शास्त्री, जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास डॉ.मोनिका बिसेन, जिला स्वास्थ्य अधिकारी-1 डॉ.नरेश गोन्नाडे, जिला स्वास्थ्य अधिकारी-2 डॉ.धीरज दवंडे, जिला सर्विलेंस अधिकारी डॉ.जी.एस.बघेल, जिला क्षय अधिकारी डॉ.अर्चना कैथवास, गाइनकोलॉजिस्ट डॉ.शोभा मोइत्रा, डॉ.रवि टांडेकर, डॉ.अंशुल लंबा, जिला मीडिया अधिकारी डॉ.प्रमोद वासनिक, डीपीएम श्री शैलेंद्र सोमकुवर, समस्त कार्यक्रमों के नोडल, विकासखंड चिकित्सा अधिकारी, बीपीएम, बीसीएम एवं महिला बाल विकास विभाग के सीडीपीओ और सुपरवाइजर्स उपस्थित थे।
दस्तक अभियान का शुभारंभ 25 जून से हो चुका है, जिसमें जीरो से 5 वर्ष के बच्चों का पोर्टल में लक्ष्य अनुरूप डाटा एंट्री ना होने के कारण समस्त विकासखंडों के बीएमओ को निर्देशित किया गया कि दो दिवस के अंदर शत प्रतिशत बच्चों का डाटा अपडेशन करें एवं प्रतिदिन किए गए कार्य की रिपोर्ट पोर्टल में दर्ज करें । मातृ एवं शिशु कार्यक्रम के तहत समीक्षा में जिन ब्लॉकों का कार्य असंतोषप्रद पाया गया, वहां के बीएमओ एवं बीपीएम को मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी द्वारा कारण बताओ नोटिस जारी की करने के निर्देश दिए। साथ ही मातृ मृत्यु एवं शिशु मृत्यु के प्रकरणों में जिन कर्मचारियों या अधिकारियों द्वारा लापरवाही की गई है, उन पर कार्यवाही करने के भी निर्देश दिए गए। मातृ मृत्यु एवं शिशु मृत्यु कम करने के लिए महिला एवं बाल विकास विभाग को निर्देशित किया गया कि पोषण आहार का नियमित वितरण किया जाए। साथ ही साथ फॉलोअप भी लिया जाए जिससे दिया गया पोषण आहार गर्भवती महिला एवं बच्चे ही निर्धारित मात्रा में प्रतिदिन खाएं। बैठक में टीकाकरण कार्यक्रम, आरबीएस के कार्यक्रम, परिवार कल्याण कार्यक्रम, क्षय उन्मूलन कार्यक्रम , अन्धत्व निवारण कार्यक्रम, मलेरिया एवं डेंगू कार्यक्रम, एमसीडी कार्यक्रम एवं अन्य समस्त राष्ट्रीय कार्यक्रमों की भी समीक्षा की गई तथा जिन ब्लॉक में राष्ट्रीय कार्यक्रमों की कम उपलब्धि पाई गई उन्हें कार्य सुधार करने हेतु निर्देशित करते हुए कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश दिए गए ।

