डीसीबी बैंक के सी.एस.आर गतिविधि के अंतर्गत पारासिया ब्लॉक के चार गांव (बिजोरी, खारा पिण्डरई, मुंडियाखेड़ा और छोटी छाबडी) के 40 किसानों के खेतों में 419 फलदार पौधों का किया गया वृक्षारोपण ! जिसमें आम, अवाला और काजू के पौधे शामिल है! जिसमें आम की दो मुख्य किस्म दशहरी और केसर है! साथ ही पेड़ों को रोपने और पालने का तकनीकी प्रशिक्षण भी किसानों को प्रदान किया गया!
यूटीएमटी सोसायटी के माध्यम से क्षेत्र में किसानों की आजीविका संवर्धन और पर्यावरण संरक्षण के हेतु मधुमक्खी पालन का कार्य भी इन्हीं 40 किसानों के साथ में किया जा रहा है!
इस पौधारोपण कार्यक्रम के दो मुख्य उद्देश्य है
पहला पर्यावरण संरक्षण हेतु वृक्षों की संख्या को बढ़ाना, साथ ही धरती के पारिस्थितिक तंत्र को संतुलित बनाए रखने के लिए किसानों को इस हेतु प्रोत्साहित करना हैं !
दूसरा मुख्य उद्देश्य यह है कि पौधारोपण से किसानों को आने वाले कुछ ही सालों में आजीविका भी प्राप्त होगी!
खास बात यहां है कि यहां सभी पौधे क्राफ्टिंग पद्धति से तैयार किए हुए पौधे हैं, जो की आने वाले तीन-चार सालों में उत्पादन देना चालू कर देंगे जिससे किसानों की आजीविका भी बढ़ेगी!इस पर्यावरणीय परियोजना का संचालन संस्था की एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर सूजना कृष्णमूर्ति, प्रोग्राम लीडर धारा पटेल, प्रोग्राम ऑफिसर - ओमप्रकाश पाठे, रेशमलाल डहेरिया, संजीव यदुवंशी, महेश यदुवंशी, करणराज भोपा, ईतमन एवं सभी ग्राम स्तर के मास्टर ट्रेनर एवं तकनीकी सहयोगियों की भूमिका से संचालित है।

