छिंदवाड़ा। पश्चिम बंगाल के संदेशखाली, कुचबिहार और उत्तर दिनाजपुर (चोपरा) में हुई घटना से अत्यंत व्यथित होकर यह ज्ञापन दिया गया. पश्चिम बंगाल में दिन - प्रतिदिन महिलाओं की बिगड़ती हुई स्थिति गंभीर चिंता का विषय है। कानून और व्यवस्था केवल शब्दकोष तक सिमटकर रह गए हो ऐसा प्रतीत होने लगा है। संदेशखाली, कूचबिहार और उत्तर दिनाजपुर (चोपरा) की घटना सभ्य समाज का मस्तक लज्जा से झुका देनेवाली है। निरीह, निरपराध नागरिकों का और विशेषतः महिलाओं का शोषण और दर्दनाक उत्पीड़न सर्वथा निंदनीय है। भारतीय संविधान की धज्जियां उड़ानेवाली ये घटनाएं तालिबानी शासन का स्मरण कराती है। एक महिला मुख्यमंत्री के होते हुए भी महिलाओं के साथ हो रहे अन्याय, अत्याचार और अपमान से सभी महिलाएं अत्यंत व्यथित है सभी दोषियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्यवाही की जाए। साथ ही सरकार से अनुरोध किया कि पीड़ित महिलाओं के शारीरिक और मानसिक उपचार और उनके पुनर्वसन की प्रभावी व्यवस्था की जाए। इस पूरे मामले की कठोर निंदा करते है ज्ञापन देते समय नारी सुरक्षा मंच की अध्यक्ष पल्ल्वी मोहबे, ममता नामदेव, अर्पिता शुक्ला व अन्य मातृशक्ति उपस्थित रही।

