छिंदवाड़ा (म.प्र.) - मध्यप्रदेश के विश्वविख्यात चमत्कारी श्री हनुमान मंदिर, जाम सांवली (तहसील सौंसर, जिला छिंदवाड़ा) में एक अद्भुत घटना ने लोगों का ध्यान आकर्षित किया है। लगभग 10 महीने पहले यहां एक बंदर अचानक कहीं से आया और तब से रोजाना गाय चराने का कार्य कर रहा है। यह बंदर किसी का पालतू नहीं है, फिर भी यह प्रतिदिन सुबह मंदिर की गौशाला से गायों के झुंड के साथ निकलता है और शाम को उन्हें वापस लेकर आता है।
इस बंदर की दिनचर्या बेहद नियमित है। सुबह 10 बजे जब गायों का झुंड चरने के लिए निकलता है, यह बंदर उनकी पीठ पर बैठकर उनके साथ जाता है और शाम को 5 बजे झुंड के साथ वापस लौटता है। स्थानीय लोग इस अद्भुत घटना को भगवान बजरंगबली का चमत्कार मान रहे हैं। खास बात यह है कि यह लाल मुंह का बंदर क्षेत्र के अन्य काले मुंह वाले बंदरों से बिल्कुल अलग है और आसपास की जनता के लिए चर्चा का विषय बना हुआ है।
गौशाला के सेवकों का कहना है कि यह बंदर अपने आप आया और बिना किसी प्रशिक्षण के रोजाना गायों के साथ जाता है। अगर कभी कोई गाय झुंड से अलग हो जाती है, तो यह उसे भी वापस झुंड में लाने का प्रयास करता है। यह नजारा कई स्थानीय लोगों और मंदिर के भक्तों ने देखा है। पूर्व विधायक अजय चौरे ने भी इस अद्भुत घटना का जिक्र करते हुए कहा कि उन्होंने खुद इस बंदर को गायों के साथ देखा है और इसे बजरंगबली की कृपा का प्रतीक माना है।यह घटना अब मीडिया और आम जनता के बीच विशेष चर्चा का विषय बन गई है। गौशाला सेवकों ने बताया कि इस बंदर का नियमित रूप से गायों के साथ जाना और उनकी देखरेख करना आश्चर्यजनक है और वे इसे एक चमत्कार मानते हैं।