जिले के तामिया के एक निजी स्कूल में रमजान और रोजे के बारे में बच्चों को समझाने का वीडियो क्या वायरल हुआ, हलचल तेज हो गई। मामला शिक्षा विभाग के पास पहुंचा। विकासखंड शिक्षा अधिकारी ने स्कूल पर पहुंचकर जांच पड़ताल की और प्रतिवेदन जिला कार्यालय में भेजने की बात कह दी। हालांकि स्कूल संचालक का कहना है कि वे सभी धर्मों के त्योहारों को लेकर बच्चों को अवगत कराते रहते है, इसका और कोई आशय नहीं है। ये जानकारी देते हुए प्रबंधन ने शिक्षा विभाग को वे वीडियो भी भेजे है जो बच्चों को अन्य धर्मों के त्योहार के बारे में जानकारी देते हुए बनाए गए है। बहरहाल शिक्षा विभाग मामले को लेकर जांच में लगा है।
गुरुवार की दोपहर अचानक तामिया के रेडियंट स्कूल का एक वीडियो वायरल हुआ, और चर्चाओं का बाजार गरमाने लगा। दरअसल इस वीडियो में बच्चों को रमजान और रोजे के बारे में जानकारी दी जा रही थी। एक शिक्षिका और एक बालिका इसके बारे में वहां पढने वाले बच्चों को खडा करके समझा रही थी। वीडियो वायरल होने के बाद मामला शिक्षा विभाग तक पहुंचा और आनन फानन में
अधिकारियों ने जांच शुरू की। इस मामले में बीईओ स्वयं स्कूल पहुंचे और स्कूल प्रबंधन से पूछताछ शुरू की। बताया जा रहा है कि तकरीबन एक घंटे की जांच पड़ताल के बाद शिक्षा अधिकारी वहां से रवाना हो गए। उन्हें जिला मुख्यालय से मामले में प्रतिवेदन प्रस्तुत करने के लिए कहा गया था।
खबर ये भी है कि अधिकारी इस पूरे मामले को लेकर बेहद गंभीर है, जबकि स्कूल प्रबंधन इसमे अपने अलग तर्क दे रहा है।
पूरे क्षेत्र में मामले को लेकर जमकर चर्चाएं चल रही है। बच्चों के पालक भी इस मामले की जानकारी लेने में लगे है।
*प्रबंधन ने दिए तर्क*
स्कूल प्रबंधन ने इस मामले में अपने तर्क दिए है। उसका कहना हैकि वह प्रतिवर्ष सभी धर्मों के त्यौहारों पर इस तरह के आयोजन करता है। बच्चों को त्योहारों के महत्व और उनके संबंध में जानकारियां दी जाती है। इसके अलावा ये भी बताया जाता है कि इन त्योहारों पर क्या करना चाहिए। इसमें केवल एक धर्म का मामला नहीं है। सभी धर्मों के लिए स्कूल आयोजन करता है। इसका उद्देश्य ये नहीं है कि किसी धर्म विशेष पर फोकस हो,
उद्देश्य ये है कि जानकारियां बच्चों को दी जाए। बहरहाल मामले ने तूल पकड़ा है, अधिकारियों ने प्रबंधन से जवाब भी मांगा है।
मामले में सूचना प्राप्त हुई थी। उनसे जानकारी ली गई है। प्रतिवेदन बनाकर दिया जा रहा है। स्कूल प्रबंधन का कहना है कि वह सभी धर्मों के त्यौहारों पर इस तरह से बच्चों को अवगत कराता है। कोई दूसरा उद्देश्य नहीं है।
■ अनूप केचे बीईओ, तामिया।

