संगोष्ठी के तहत हुआ जल संवाद
तामिया/छिंदवाड़ा- मध्य प्रदेश जन अभियान परिषद की स्वैच्छिक सहयोगी संस्था भूविक सोशल वेलफेयर सोसायटी द्वारा तामिया विकासखंड के ग्राम धगड़िया में विश्व जल दिवस संगोष्ठी व जल संवाद का आयोजन किया गया I कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य विश्व में हो रहे जल संकट तथा जलवायु परिवर्तन के विषय में लोगों को जानकारी साझा करना एवं जल के संरक्षण संवर्धन हेतु जागरूक करना था I कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप में मध्य प्रदेश जन अभियान परिषद के विकासखंड समन्वयक श्री राजू मांडवे उपस्थित थे । कार्यक्रम का शुभारंभ स्वागत उद्बोधन के साथ परामर्शदाता संदीप राज द्वारा किया गया I उन्होंने जल के महत्व के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि जल के बिना मानव का जीवन संभव नहीं है, हमें इसके संरक्षण एवं संवर्धन का प्रयास करना चाहिए I परामर्शदाता सुभाष मिनोटे ने अपने उद्बोधन में बताया कि हवा,पानी, मिट्टी एवं प्रकाश के बिना मानव का जीवन संभव नहीं है। किसी एक के न होने से हम जिंदा नहीं रह सकते ठीक उसी प्रकार पानी भी प्रकृति की अमूल्य धरोहर है, इसे संरक्षित एवं जल स्रोतों का संवर्धन करने की आवश्यकता है, जिससे आने वाली पीढ़ी को हम सुरक्षित वातावरण दे सकते हैं I नवांकुर संस्था से उपस्थित डाॅ. धर्मेंद्र वासनिक ने जल के महत्व को बताते हुए कहा कि इसकी शुरुआत हमको घर से करना है। छोटे-छोटे सोख्ते गड्ढे बनाकर जिसमें हम घर से निकलने वाले पानी को भूमिगत करके जल को संरक्षित कर सकते हैं I ग्राम पंचायत धगरिया के सचिव श्री रघनसा कवरेती ने अपने विचार रखते हुए कहा कि हमारे गांव में पानी की बहुत समस्या है और प्रशासनिक स्तर पर समस्या को दूर करने का प्रयास भी किया जा रहा है, किंतु गांव में वाटर लेवल नीचे है जिसके कारण 100 से अधिक बोर असफल रहे हैं, हमें जल संरक्षण हेतु अधिक से अधिक कार्य करने की आवश्यकता है I कार्यक्रम के मुख्य अतिथि विकासखंड समन्वयक श्री राजू मांडवे ने ग्रामीणों से परिचर्चा की एवं कहा कि इस समस्या का समाधान भी आप ही हो प्रशासनिक स्तर पर जल संरक्षण के कार्य किया जा रहे हैं । हमें भी आगे आकर जल को बचाने एवं वर्षा जल के संचयन हेतु पहाड़ों पर कंटूर ट्रेंच, चेक डेम, बोल्डर डेम, स्टाप डेम सोख्ते गड्ढे, तालाब का निर्माण कर जल को संरक्षित करने का प्रयास करना होगा I उन्होंने प्रसिद्ध समाज सेवक अन्ना हजारे के गांव रालेगांव सिद्धि का उदाहरण देकर ग्रामीणों को बड़े ही सरल भाषा में बताने का प्रयास किया कि यदि मन में किसी भी कार्य को करने के विचार दृढ़ संकल्पता के साथ हो तो हम भी उन कार्यों को आसानी से कर सकते हैं I इस बीच उन्होंने ग्रामीणों से खुलकर संवाद किया I ग्रामीणों ने भी अपने विचार रखें और प्रतिज्ञा ली कि हम भी ऐसे प्रयास दृढ़ता के साथ करेंगे I पंचायत सचिव ने भी अपने पंचायत में जल से संबंधित अधिक से अधिक कार्यों को शामिल करने की बात कही I कार्यक्रम के अंत में आभार प्रदर्शन के साथ ही कार्यक्रम का समापन किया गया I संगोष्ठी में मुख्य रूप से सहायक सचिव अनिल परतेती, जन सेवा मित्र नरेंद्र पंद्रे, पंच रंगलाल पंद्रे व ग्राम कोटवार रूपेंद्र डेहरिया समेत ग्रामीण महिला पुरुषों ने बढ़ चढ़कर अपनी सहभागिता दी।

