उच्च गुणवत्ता वाले प्रतीक्षालय का अस्तित्व मिटा: पूर्व राज्यपाल की पहल हुई गुमनाम
अधिकारी व ग्राम पंचायत खैरवानी की बेरुखी से मिट गई पूर्व राज्यपाल की अमूल्य सौगात: कभी क्षेत्र की शान रहा प्रतीक्षालय अब गुमनामी की भेंट चढ़ा
प्रतीक्षालय का मूल स्थान से गायब होना और सामग्री का लुप्त हो जाना बना जांच का विषय
जुन्नारदेव।विकासखंड जुन्नारदेव की ग्राम पंचायत खैरवानी में यात्रियों की सुविधा के लिए निर्मित प्रतीक्षालय आज पूर्णतः बदहाल स्थिति में पहुंच चुका है। पंचायत की घोर लापरवाही और अनदेखी के चलते प्रतीक्षालय न केवल उपयोग के लायक बचा है, बल्कि अब वह अपने मूल स्थान से भी गायब हो चुका है।गांव के नागरिकों ने बताया कि प्रतीक्षालय की हालत कई वर्षों से जर्जर होती जा रही थी, लेकिन *पंचायत ने न तो समय रहते मरम्मत करवाई* और न ही यात्रियों की सुविधा को प्राथमिकता दी। अब स्थिति यह हो गई है कि प्रतीक्षालय का ढांचा ही नजर नहीं आता और उसकी सामग्री भी रहस्यमयी तरीके से कबाड़ में तब्दील होती दिख रही है।
जनप्रतिनिधियों की उदासीनता और पंचायत की मनमानी
स्थानीय लोगों का आरोप है कि पंचायत ने जानबूझकर प्रतीक्षालय को कई बार स्थानांतरित किया, जिससे उसकी संरचना कमजोर हुई और अंततः वह पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। *पूर्व राज्यपाल और तत्कालीन राज्यसभा सांसद द्वारा कराए* गए उच्च गुणवत्ता वाले प्रतीक्षालय का आज नामोनिशान तक नहीं है। यह न केवल एक प्रशासनिक विफलता है, बल्कि ग्रामवासियों के साथ किया गया अन्याय भी है।
सवालों के घेरे में ग्राम पंचायत खैरवानी की भूमिका, जांच की उठी मांग
ग्रामवासियों का कहना है कि प्रतीक्षालय को बार-बार स्थानांतरित करने के पीछे सरपंच के स्वार्थ छिपे हो सकते हैं। अब जब प्रतीक्षालय पूरी तरह नष्ट हो चुका है और उसकी सामग्री भी नहीं मिल रही, तो सवाल उठता है कि आखिर इसे बेचने की अनुमति किसने दी। ....? ग्रामीणों ने मांग की है कि इस पूरे मामले की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए और जिम्मेदारों पर सख्त कार्रवाई की जाए।
गर्मियों में खुले आसमान तले* खड़े यात्री, सुविधाओं के लिए तरसते ग्रामीणतेज धूप, उमस और बारिश में ग्रामीणों और राहगीरों को वाहन का इंतजार खुले आसमान के नीचे करना पड़ रहा है। बुजुर्ग, महिलाएं और बच्चे इस अव्यवस्था से सबसे अधिक प्रभावित हैं।
अब जनता चाहती है समाधान, केवल वादे नहीं
ग्रामीणों ने शासन-प्रशासन और जनप्रतिनिधियों से मांग की है कि प्रतीक्षालय का शीघ्र पुनर्निर्माण हो, स्थाई रूप से एक उपयुक्त स्थान पर स्थापित किया जाए और भविष्य में ऐसी लापरवाहियों पर रोक लगे।

