भोपाल: राजधानी से महज 10 किलोमीटर दूर स्थित नीलबाद गांव आज भी बुनियादी सुविधाओं के अभाव से जूझ रहा है। इस गांव में करीब 250-300 परिवार निवास करते हैं, लेकिन जल आपूर्ति, सड़क, सफाई और सरकारी योजनाओं का लाभ अब तक यहां नहीं पहुंच पाया है।
पानी की विकट समस्या
गांव में पानी की भारी किल्लत है। पाइपलाइन बिछाई तो गई थी, लेकिन वह अब पूरी तरह से टूट चुकी है, जिससे पानी की सप्लाई ठप पड़ी है। पूरे गांव में मात्र एक हैंडपंप है, जो बहुत धीमी गति से पानी देता है। हालत यह है कि आधे घंटे में सिर्फ एक बर्तन पानी भर पाना संभव हो पाता है। गर्मी के मौसम में यह समस्या और गंभीर हो जाती है, जिससे ग्रामीणों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
सरकारी योजनाओं से वंचित ग्रामीण
गांव में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत कुटीर (घर) नहीं मिले हैं, न ही वृद्धावस्था पेंशन, विधवा पेंशन या अन्य सामाजिक सुरक्षा योजनाओं का लाभ मिल रहा है। राशन कार्ड न होने के कारण गरीब परिवारों को सस्ती दरों पर राशन भी नहीं मिल पा रहा है।
सड़क और सफाई व्यवस्था पूरी तरह चरमराई
गांव में किसी भी प्रकार की सड़क सुविधा नहीं है। ग्रामीणों को कच्चे रास्तों से गुजरना पड़ता है, जो बारिश के मौसम में कीचड़ में तब्दील हो जाते हैं। सफाई व्यवस्था भी दयनीय स्थिति में है। जगह-जगह गंदगी फैली हुई है, जिससे बीमारियों का खतरा बढ़ गया है।
प्रशासन से मदद की गुहार
गांव के निवासियों ने प्रशासन से मांग की है कि जल्द से जल्द जल आपूर्ति बहाल की जाए, सड़कें बनाई जाएं, सफाई व्यवस्था सुधारी जाए और सरकारी योजनाओं का लाभ सभी जरूरतमंदों तक पहुंचे। ग्रामीणों का कहना है कि अगर उनकी समस्याओं का जल्द समाधान नहीं हुआ, तो वे आंदोलन करने को मजबूर हों

