पार्किंग ठेकेदार भी सुविधाओं के अभाव में परेशान
जुन्नारदेव। पिछले वर्ष जुन्नारदेव रेलवे स्टेशन को ‘आदर्श रेलवे स्टेशन’ के रूप में विकसित करने के लिए भारत सरकार द्वारा लगभग 4 करोड़ रुपये की राशि स्वीकृत की गई थी। इस उद्देश्य के लिए ठेका पद्धति से कार्यादेश जारी किया गया, लेकिन निर्माण कार्य की रफ्तार कछुआ चाल से भी धीमी साबित हो रही है। ठेकेदार द्वारा कार्य में लगातार लापरवाही बरती जा रही है, जिससे यात्रियों और स्थानीय नागरिकों को अनेक परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
स्टेशन परिसर और मुख्य मार्ग पर जगह-जगह खुदाई कर अधूरे हाल में छोड़ दी गई है, जिससे आवागमन में बाधाएं उत्पन्न हो रही हैं। बारिश के मौसम में यह समस्या और भी विकराल रूप ले सकती है। कीचड़, गड्ढे और असुविधाजनक रास्तों से न केवल यात्रियों की दुर्दशा हो रही है, बल्कि दुर्घटना की संभावना भी बनी हुई है।
प्रशासन की चुप्पी, जनता की परेशानी
इस गंभीर स्थिति के बावजूद ना तो रेलवे प्रशासन और ना ही स्थानीय नगर प्रशासन कोई स्पष्ट कदम उठा रहा है। ठेकेदार को दी गई छूट और प्रशासन की निष्क्रियता ने जनता को नाराज कर दिया है। नागरिकों का कहना है कि यदि समय रहते निर्माण कार्य पूरा नहीं किया गया, तो यह करोड़ों की राशि भी व्यर्थ चली जाएगी और "आदर्श स्टेशन" केवल कागजों में ही सिमटकर रह जाएगा।
पार्किंग ठेकेदार भी परेशान
सिर्फ यात्री ही नहीं, बल्कि स्टेशन पर कार्यरत पार्किंग ठेकेदार भी समस्याओं से जूझ रहे हैं। पार्किंग ठेका स्थानीय ठेकेदार को नियमित प्रक्रिया के तहत दिया गया था, जिसकी राशि समय-समय पर रेलवे को जमा कराई जाती है। बावजूद इसके, रेलवे की ओर से पार्किंग ठेकेदार को कोई सहूलियत नहीं दी जा रही है।
पार्किंग ठेकेदार का आरोप है कि निर्माण कार्य के चलते पहले से तय पार्किंग स्थल को बंद कर दिया गया, और वैकल्पिक व्यवस्था भी उपलब्ध नहीं कराई गई। इसके अलावा रेलवे स्टाफ और प्रशासन से भी उन्हें कोई सहयोग नहीं मिल रहा है, जिससे उनका कार्य बुरी तरह प्रभावित हो रहा है।
जनहित में जल्द कार्रवाई की मांग
स्थानीय नागरिकों और व्यापारियों ने रेलवे मंत्रालय से मांग की है कि जुन्नारदेव स्टेशन पर हो रहे निर्माण कार्य की स्वतंत्र जांच करवाई जाए और ठेकेदार की लापरवाही पर सख्त कार्रवाई हो। साथ ही, जब तक निर्माण कार्य पूरा नहीं होता, यात्रियों की सुविधा के लिए वैकल्पिक रास्ते और पार्किंग व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।