सच की आंखे न्युज कुर्सी ढाना () — भीषण गर्मी ने जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है, लेकिन ग्राम पंचायत कुर्सी ढाना के हालात कुछ ज्यादा ही भयावह हो चुके हैं। गांव के लोग बीते दस दिनों से बूंद-बूंद पानी को तरस रहे हैं। जहां एक ओर तापमान 45 डिग्री के पार पहुंच चुका है, वहीं दूसरी ओर ग्राम पंचायत की लापरवाही ग्रामीणों की मुश्किलें और बढ़ा रही है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि गांव में पेयजल की कोई वैकल्पिक व्यवस्था नहीं की जा रही है। पंचायत द्वारा पानी के टैंकर भेजना तो दूर, ग्रामीणों की शिकायतें तक नहीं सुनी जा रही हैं। महिलाओं को मीलों दूर से पानी लाना पड़ रहा है और बुजुर्ग व बच्चे चिलचिलाती धूप में पानी की तलाश में भटक रहे हैं।
पंचायत की मनमानी पर उठे सवाल
ग्रामवासियों ने आरोप लगाया कि पंचायत केवल कागजों पर सक्रिय है। "हमने कई बार सरपंच और सचिव को पानी की समस्या बताई, लेकिन हर बार आश्वासन देकर हमें लौटा दिया जाता है," एक स्थानीय निवासी ने बताया।
प्रशासन से लगाई गुहार
गांववासियों ने जिला प्रशासन से मांग की है कि कुर्सी ढाना में तत्काल जल संकट को दूर करने के लिए टैंकरों की व्यवस्था की जाए और पंचायत की निष्क्रियता पर कार्रवाई हो।
यदि शीघ्र कदम नहीं उठाया गया, तो स्थिति और भयावह हो सकती है। लोगों का आक्रोश धीरे-धीरे बढ़ रहा है और जल्द ही यह विरोध का रूप भी ले सकता है।