किरनापुर क्षेत्रांतर्गत ग्राम आमगांव में 23 अगस्त दिन शनिवार को पोला पर्व मनाया गया। कृषक एवं उनके कृषि कार्यों में अहम सहयोगी बैलजोडियों से जुड़े पोला पर्व धार्मिक मान्यताओं के चलते परंपरानुसार बड़े ही धूम धाम से मनाया गया। उल्लेखनीय है कि पोला पर कृषि कार्य कि समाप्ति पर कृषि कार्यों से अहम सहयोगी बैलजोडियों के प्रति आभार व्यक्त किए जाने के स्वरूप मनाया जाता है। इस दिन बैलजोडियों से किसी तरह का कृषि कार्य ना कराकर पूर्णतः आराम दिया जाता है। इस दिन कृषक सुबह अपनी अपनी बैलजोडियों को नहला धुला कर उन्हें आकर्षक रूप से सजाते हैं और संध्याकालीन बेले में चौक में ले जाकर सामूहिक रूप से बैलजोडियों की पूजा की जाती है तथा गांव के बुजुर्ग व्यक्तियों द्वारा परम्परारूप से झड़तिया बोली जाती है, इसके बाद बैलजोडियों को घर ले जाकर उन्हें विशेष रूप से तैयार व्यंजन खिलाकर पूजन किया जाता है इसके अलावा इन बैलजोडियों को वाहक कृषक द्वारा गांव में घर घर घुमाकर लोगों द्वारा पूजा करते हुए भेट स्वरूप दक्षिणा भी दी जाती है। वहीं पोला के दूसरे दिन 24 अगस्त दिन रविवार को नारबोद का पर्व भी बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। इस दौरान ग्रामीणों द्वारा गांव की कुरीतियों, बीमारियों को गांव की भाषा में घेउन जा री नारबोद बोलकर गांव की सरहद पर ले जाया जाता है।