ग्राम पंचायत भमोड़ी ने एक और सराहनीय पहल करते हुए आपातकालीन स्थिति में मरीजों को अस्पताल तक पहुंचाने के लिए किए गए परिवहन व्यय का भुगतान करने का फैसला किया है। यह नवाचार विशेष रूप से आर्थिक रूप से कमजोर और बेसहारा लोगों के लिए शुरू किया गया है ताकि उन्हें तत्काल चिकित्सा सहायता मिल सके।
भमोड़ी के सरपंच विपिन श्रीवास्तव ने जन आरोग्य समिति की बैठक में इस निर्णय की घोषणा की। उन्होंने बताया कि कई बार समय पर एंबुलेंस नहीं पहुंच पाती, जिससे विशेषकर गरीब और ज़रूरतमंद लोगों को अस्पताल तक पहुंचने में परेशानी होती है। इस समस्या को देखते हुए, ग्राम पंचायत ने यह तय किया है कि आपात स्थिति में बेसहारा महिला, गरीब एकल वृद्ध और दिव्यांगजनों को ऑटो जैसे अन्य साधनों से अस्पताल पहुंचाने में हुए खर्च का भुगतान पंचायत द्वारा किया जाएगा। इस पहल का मुख्य उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि कोई भी व्यक्ति आर्थिक तंगी के कारण समय पर इलाज से वंचित न रहे।
गौरतलब है कि यह भमोड़ी ग्राम पंचायत का पहला नवाचार नहीं है। इससे पहले भी पंचायत ने कई जनहितकारी योजनाएं शुरू की हैं, जिनकी सराहना जिला और प्रदेश स्तर पर भी की गई है। इनमें प्रमुख हैं:
* दिव्यांगजनों और एकल परिवार वाली महिलाओं को उनके घर तक नियमित रूप से सरकारी राशन पहुंचाना।
* ग्राम पंचायत कर्मचारियों के लिए ड्रेस कोड लागू करना।
* संबल या अन्य सरकारी योजनाओं से वंचित गरीब परिवारों के व्यक्तियों को अंत्येष्टि सहायता राशि प्रदान करना।
ग्राम पंचायत भमोड़ी द्वारा किए गए ये प्रयास दर्शाते हैं कि स्थानीय स्तर पर भी प्रभावी और कल्याणकारी योजनाएं लागू करके समाज के सबसे ज़रूरतमंद लोगों की मदद की जा सकती है।