जुन्नारदेव परियोजना की अधिकारी एवं तीन पर्यवेक्षक निलंबित
छिंदवाड़ा, 09 अक्टूबर 2025 — लोकायुक्त जबलपुर की टीम द्वारा रिश्वतखोरी के गंभीर मामले में कार्रवाई के बाद महिला एवं बाल विकास विभाग छिंदवाड़ा में बड़ा प्रशासनिक कदम उठाया गया है।
लोकायुक्त टीम ने 06 अक्टूबर 2025 को महिला एवं बाल विकास परियोजना कार्यालय जुन्नारदेव-01 में आंगनवाड़ी सहायिका की नियुक्ति आदेश देने के एवज में ₹20,000 की रिश्वत लेते हुए परियोजना अधिकारी सुश्री सीमा पटेल सहित तीन पर्यवेक्षकों — सुश्री बिंदु माहोरे, श्रीमती आरती आम्रवंशी एवं श्रीमती लक्ष्मी पंडोले — को रंगेहाथ पकड़ा था।
इस पूरे प्रकरण को गंभीरता से लेते हुए कलेक्टर छिंदवाड़ा श्री हरेंद्र नारायण ने चारों अधिकारियों के विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्यवाही की अनुशंसा करते हुए तीन पर्यवेक्षकों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है, जबकि परियोजना अधिकारी सुश्री सीमा पटेल के विरुद्ध निलंबन की अनुशंसा आयुक्त जबलपुर संभाग को भेजी गई है।
कलेक्टर द्वारा जारी आदेशों के अनुसार —
🔹 1. सुश्री सीमा पटेल, परियोजना अधिकारी, महिला एवं बाल विकास परियोजना जुन्नारदेव-01
लोकायुक्त कार्रवाई में रिश्वत लेते पकड़े जाने पर गंभीर कदाचार मानते हुए इनके विरुद्ध निलंबन प्रस्तावित कर मुख्यालय जबलपुर करने की अनुशंसा की गई है।
🔹 2. श्रीमती लक्ष्मी पंडोले, पर्यवेक्षक, जुन्नारदेव-01
मध्यप्रदेश सिविल सेवा (आचरण) नियम 1965 के उल्लंघन पर तत्काल प्रभाव से निलंबित, निलंबन अवधि में मुख्यालय अमरवाड़ा निर्धारित किया गया है।
🔹 3. श्रीमती आरती आम्रवंशी, पर्यवेक्षक, जुन्नारदेव-01
कदाचार की पुष्टि पर तत्काल प्रभाव से निलंबित, निलंबन अवधि में मुख्यालय हर्रई रहेगा।
🔹 4. सुश्री बिंदु माहोरे, पर्यवेक्षक, जुन्नारदेव-01
आचरण नियमों के उल्लंघन पर तत्काल प्रभाव से निलंबित, निलंबन अवधि में मुख्यालय हर्रई निर्धारित।
कलेक्टर ने अपने आदेशों में कहा है कि लोकायुक्त की कार्रवाई से विभाग और प्रशासन की छवि धूमिल हुई है, और इस प्रकार की रिश्वतखोरी किसी भी स्थिति में स्वीकार्य नहीं है।
विभाग को निर्देश दिए गए हैं कि 10 दिवस के भीतर संबंधित अधिकारियों के विरुद्ध आरोप पत्र, साक्ष्य सूची एवं अभिलेखों की सत्यापित प्रतियां प्रस्तुत की जाएं, ताकि अनुशासनात्मक कार्रवाई शीघ्र प्रारंभ की जा सके।