उच्च अधिकारियों की मिलीभगत के आरोप, सुरक्षा मानकों से खिलवाड़
मंडी में घरेलू गैस सिलेंडर का उपयोग फिर दिख गई —उच्च अधिकारियों की लापरवाही उजागर
छिंदवाड़ा/कुसमेली।
A.P.M.C. (कुसमेली) छिंदवाड़ा की मंडी कैंटीन में सुरक्षा नियमों की खुली धज्जियाँ उड़ाई जा रही हैं। कैंटीन में घरेलू गैस सिलेंडर का उपयोग किए जाने की तस्वीरें सामने आई हैं, जिनमें साफ दिखाई दे रहा है कि नियमों को दरकिनार कर घरेलू एलपीजी सिलेंडर से खाना बनाया जा रहा है।
जानकारी के मुताबिक, कैंटीन संचालन से जुड़े लोगों पर आरोप है कि यह सब कुछ उच्च अधिकारियों की मिलीभगत से हो रहा है। नियमों के अनुसार किसी भी व्यावसायिक प्रतिष्ठान में कमर्शियल गैस सिलेंडर का उपयोग अनिवार्य होता है, लेकिन मंडी परिसर में घरेलू सिलेंडर का उपयोग जारी है।
सबसे चिंताजनक पहलू यह है कि कैंटीन के आसपास किसानों का अनाज—मक्का, गेहूं एवं अन्य फसलें बड़ी मात्रा में रखी हुई हैं। ऐसे में यदि कभी गैस सिलेंडर से दुर्घटना होती है, तो किसानों की मेहनत की पूरी कमाई खतरे में पड़ सकती है और बड़ा हादसा हो सकता है।
स्थानीय लोगों ने यह भी बताया कि इसी तरह का मामला हाल ही में मेडिकल कॉलेज में भी सामने आया था, जहां घरेलू गैस सिलेंडर का उपयोग पकड़ा गया था। इसके बावजूद संबंधित विभागों ने सुधारात्मक कदम नहीं उठाए, जिससे मंडी में फिर से वही लापरवाही दोहराई जा रही है।
किसान और उपभोक्ता संगठन अब इस पूरे मामले की उच्च स्तरीय जांच की मांग कर रहे हैं, ताकि सुरक्षा मानकों का पालन सुनिश्चित हो सके और जिम्मेदारों पर कार्रवाई हो।

