बरघाट (सिवनी)। बरघाट नगर परिषद द्वारा डॉ. बाबा साहेब अंबेडकर न्यू बस स्टैंड शॉपिंग कॉम्प्लेक्स के नाम पर करोड़ों रुपये में दुकानें बेचने के बावजूद बस स्टैंड आज तक शुरू नहीं किया गया। सात साल से वीरान पड़े इस परिसर को लेकर दुकानदारों में भारी आक्रोश है।
दुकानदारों ने बताया कि 7 से 25 लाख रुपये तक के कमरों की खरीदी रोजगार के सपने के साथ की गई थी, लेकिन न बसें चल रहीं, न यात्रियों की आवाजाही, न पार्किंग और न ही परिवहन व्यवस्था। व्यापारियों का आरोप है कि उन्हें बस स्टैंड के नाम पर गुमराह किया गया है।
स्थानीय नागरिकों ने नगर परिषद अध्यक्ष इमरता साहू पर वादा खिलाफी का आरोप लगाते हुए कहा कि चुनाव के दौरान बस स्टैंड शुरू करने का आश्वासन दिया था, लेकिन आज तक कोई कार्रवाई नहीं हुई।
इधर, स्थानीय लोगों का दावा है कि पुराने बस स्टैंड के कुछ प्रभावशाली व्यापारी नई बस सेवा शुरू नहीं होने दे रहे हैं, जिससे न्यू बस स्टैंड वर्षों से बंद पड़ा है और करोड़ों की सरकारी संपत्ति खंडहर में बदल गई है।
लगातार की गई शिकायतों और ज्ञापनों के बाद भी सुनवाई न होने से नाराज दुकानदारों व नागरिकों ने 27 नवंबर 2025 को न्यू बस स्टैंड मेन रोड पर चक्का जाम करने की घोषणा कर दी है। उन्होंने चेतावनी दी है कि यदि तय तारीख तक बस स्टैंड शुरू नहीं किया गया तो इसकी पूरी जिम्मेदारी नगर परिषद और स्थानीय प्रशासन की होगी।
चक्का जाम की सूचना मुख्यमंत्री, नगरीय प्रशासन मंत्री, कलेक्टर सिवनी, एसडीएम और थाना प्रभारी को भेजी गई है। दुकानदारों ने कहा कि अब संघर्ष आर–पार का होगा।

