आस्था के साथ सारंगबिहरी समेत ग्रामीण क्षेत्रों में गुरूवार को ऋषि पंचमी मनाई गई। श्रद्धालुओं ने सप्त ऋषियों की पूजा की। धन-धान्य, समृद्धि, संतान प्राप्ति व सुख-शांति की कामना की गई। महिलाओं ने गंगा स्नान कर कथा श्रवण किया। तेनी का चावल व साग के साथ प्रसाद ग्रहण किया।आस्था के साथ नगर समेत ग्रामीण क्षेत्रों में मंगलवार को ऋषि पंचमी मनाई गई। श्रद्धालुओं ने सप्त ऋषियों की पूजा की। धन-धान्य, समृद्धि, संतान प्राप्ति व सुख-शांति की कामना की गई। महिलाओं ने गंगा स्नान कर कथा श्रवण किया। तेनी का चावल व साग के साथ प्रसाद ग्रहण किया।कहा जाता है कि इस दिन व्रत रखना ज्यादा फलदायी होता है। ऋषियों का पूर्ण विधि-विधान से पूजन के बाद कथा सुनने का विशेष महत्व है। इस व्रत से समस्त पाप नष्ट हो जाते हैं और शुभ फलदायी होता है। इसके अलावा विभिन्न शिवालयों के मंदिरों में कढ़ाई का आयोजन कर प्रसाद वितरण किया गया.

