किराए के भवन में संचालित उपडाकघर, सुविधाओं का टोटा
मोहखेड:-कस्बे में प्रशासन की ओर से ध्यान नहीं देने के कारण डाकघर क्रमोन्नत होकर आज भी किराए के भवन में संचालित हैं। इसमें सुविधाओं का टोटा होने से खातेदारों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। विकासखंडों में भी संचालित डाकघरों को शासकीय भवन नहीं नसीब हो पाया है। बहुत कम किराया निर्धारित होने के कारण दूसरे किराएदार आने पर मकान मालिक पोस्ट आफिस को हटवा देते हैं, जिससे पोस्टमास्टर को फिर नए भवन की तलाश में भटकना पड़ता हैं, नए स्थान पर पोस्टआफिस संचालित हो जाने पर खाताधारकों को भी नए स्थान की तलाश में भटकना होता है। यह स्थिति जिले भर में बनी हुई है।
उपडाक घर कई बार ने पंचायत व जनसुनवाई कार्यक्रम में उच्चाधिकारियों के समक्ष खाली पड़ा भवन उपलब्ध करवाने या भूमि आवंटन करवाने के लिए पत्र सौंपने के बावजूद समस्या का निस्तारण नहीं हुआ। इससे किराए भवन में संचालित हैं। जबकि कस्बे में खाली अनुपयोगी भवन हैं।उप डाकपाल अधिकारी का कहना कि किराए भवन में उपडाकघर संचालित है। इसमें खातेदारों के लिए पाने का पानी व शौचालय सुविधा नहीं है। करीब दस हजार से अधिक खातेदार प्रतिमाह हजारो रुपए का लेनदेन कर रहे हैं। भवन व भूमि सुपुर्द करने पर ही आने वाली समय में सुविधाओं का इजाफा हो सकता है। ग्रामीणों ने प्रशासन से अनुपयोगी भवन को उपडाक घर को सुपुर्द करवाने की मांग की है।


