मोहखेड:-एकीकृत शाउमावि सारंगबिहरी के माध्यमिक स्कूल में पढ़ने वाले बच्चे शिक्षा ग्रहण करने के बजाय सफाई कर रहे हैं। शिक्षक खुद पास खड़े होकर बच्चों से सफाई कराते हैं। सही तरीके से सफाई न करने वाले बच्चों को डांट भी लगाई जाती है। बच्चों से चपरासी वाले सभी कार्य भी लिए जा रहे हैं।
ऐसा ही मामला बुधवार के दिन शाम 4 बजे बच्चे नवीन प्रयोगशाला भवन के सामने व मैदान में पड़े पत्थर-कंकड कि सफाई कर गेट के सामने बोरियो एंव हाथो लेकर फेंक रहे थे,वही महिला शिक्षिका भी बच्चों को यहा-वहा बताकर काम करा रही थी.वही हाईस्कूल और हायर सेकंडरी के बच्चों को कराटे सिखाया जा रहा था।परिसर में खड़े उमरानाला संकुल प्राचार्य समेत यहा समूचा स्टॉप बहार खड़ा हुआ था.सफाई कर मिडिल स्कूल के बच्चों के ऊपर कोई ध्यान नहीं दे रहे थे.
देखा जाये तो नेताओ व राजनीतिक कार्यक्रम भले ही हजारो रूपये खर्च हो जाये किंतु सफाईकर्मी को न बुलाकर बच्चों से सफाई का काम लिया जा रहा है। बच्चे भी खुशी-खुशी इस काम में लगे रहते हैं, क्योंकि इससे वह पढ़ाई से बचे रहते हैं। स्कूल परिसर काफी बड़ा है। इतने बड़े परिसर की सफाई का जिम्मा बच्चों पर डाल दिया गया है। चारों तरफ बने कमरों के बाहर भी बच्चे सफाई कर रहे हैं। खुद शिक्षक करा रहे हैं. सीनियर हाईस्कूल एंव सेकेंडरी स्कूल के बच्चों को इस काम मे न लगाकर छोटे बच्चों से प्रेशर देकर सफाई का काम लिया जा रहा है।
बच्चे अपना भला-बुरा भी नहीं समझते हैं। इससे स्कूल में पढ़ने वाले यह बच्चे इस काम का विरोध भी नहीं करते हैं। वह तो इस काम में ही छुट्टी के समय का इंतजार करते हैं। सफाई के कार्य को बच्चे ठीक से करते हैं.


