जनपद परिसर बना तालाब, जलनिकासी नहीं
सरकारी दस्तावेज पानी में भीग रहे,जिम्मेदार बेपरवाह
मोहखेड:-झमाझम बारिश ने जहां लोगों का जनजीवन अस्त व्यस्त कर दिया है। वहीं प्रशासनिक व्यवस्था की भी कलई खोल कर रख दी है। गांव में जलनिकासी न होने के कारण लोगों की मुसीबत तो इन दिनों आम है, वहीं प्रशासनिक गलियारे भी बारिश के पानी से लबालब नजर आ रहे हैं। बारिश का आलम यह है कि जनपद परिसर में पानी भरा है और अधिकारी व फरियादी दफ्तर में नहीं जा पा रहे हैं।
कई दिनों से हो रही रुक-रुककर बारिश से जनपद के विभिन्न इलाके जलमग्न होते जा रहे हैं। बरसात का पानी लोगों के घरों में घुसने लगा है, जिससे लोगों को असुविधाएं हो रही हैं। कहने के लिए प्रशासनिक अफसर गांवों को सारी असुविधाओं से दूर कर चकाचक करने की बात करते हैं। लेकिन अपने ही गलियारे में बहता हुआ बारिश का पानी व्यवस्था को मुंह चिढ़ा रहा है। इन दिनों जनपद परिसर का भी यही हाल है। सोमवार की शाम 3 बजे से हो रही लगातार बारिश ने कुछ घंटों में ही जनपद परिसर को जलमग्न कर दिया। कर्मियों के अलावा आमजनता व फरियादी जब बीआरसी कार्यालय, आजिविका मिशन कार्यालय पहुंचे तो वहां चारों तरफ भरा पानी देखकर होश फाख्ता हो गए। लोगों को आम रास्ते से इन कार्यालय तक पहुंचने में काफी परेशानी हुई।
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सरकारी दस्तावेज भीगे,जिम्मेदारो नह दिया ध्यान
जनपद पंचायत कार्यालय में सहायक यंत्री कक्ष के पीछे रखे सरकारी दस्तावेज भवन कि खिड़की से आ रही पानी बौछार में भीग चुके थे.सबंधित पंचायत इंसपेक्टर कैलाश धुर्वे से चर्चा कि तो उन्होंने बताया कि वह रिकार्ड हमारे नही है हमारे तो कमरे में सुरक्षित रखे है.वह पीएम आवास वालो के है.इधर पीएम आवास ब्लाक समन्वयक अधिकारी अनिल सनोडिया से चर्चा कि तो उन्होंने कहा कि उनके रिकॉर्ड नही है.इस तरह अधिकारी अपना-अपना पल्ला झाड़ते नजर आये.किंतु पानी भीग रहे दस्तावेज को उठाने की बजाय वही पड़े रहने दिया.जनपद पंचायत कार्यालय के अंदरूनी रखे जनपद के सरकारी दस्तावेज नही तो किसके है.बहरहाल यह तो पता चलता है किस तरह सरकारी दस्तावेजों को कचरे की तरह समझकर फेंक दिया जाता है.
इनका कहना
यहा के अधिकारी दफ्तर में बैठकर आराम फरमाते रहते किंतु अपने परिसर में हो रहे जलभराव की स्थिति स्वयं भी वाकिफ है किंतु उनका इस ओर कोई ध्यान नही है.जो जनपद कि समस्या को नही सुधार सकते क्या वह पंचायत कि समस्या पर ध्यान देते होंगे.
शयामू साहू,पूर्व सरपंच ग्राम पंचायत मोहखेड
जनपद परिसर में जरा सी बारिश में जलमग्न हो जाता है.यह समस्या सालो से चली आ रही है.जबकि जनपद में बड़े-बड़े अफसर बैठे है टेक्निकल इंजीनियर उसके बावजूद भी इस हो रहे जलभराव को लेकर कोई निकासी व्यवस्था न बना पाना एक शर्मिंदा का विषय है.
विलाश घोंघे,पूर्व भाजपा जिला कोषाध्यक्ष छिंदवाड़ा
जनपद में जलभराव होने जनप्रतिनिधि, आमजनता व अधिकारियो को बीआरसी कार्यालय, आजिविका मिशन कार्यालय, बीईओ कार्यालय में आने जाने में बेहद परेशानी होती है इसलिए जनपद सीईओ को जलनिकासी किए जाने को लेकर उचित कदम उठाना चाहिए.
मदन साहू,पूर्व जिला पंचायत सदस्य मोहखेड



