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जिला दिव्यांग पुनर्वास केन्द्र के प्रशासनिक अधिकारी पंचलाल चंद्रवंशी ने बताया कि कार्यक्रम में सेरेब्रल पाल्सी से ग्रसित 27 वर्षीय श्रुति पाल व उनकी माता करुणेश पाल द्वारा अभिभावकों को मोटिवेशनल स्पीच के माध्यम से प्रेरित किया गया । पाल ने कहा कि श्रुति के लिए किए गए संघर्ष व प्रयास के कारण ही आज वह एम.बी.ए.व एम.फिल.करने के बाद वर्तमान में मुंबई से पी.एचडी. कर रही है। उन्होंने बच्चों के लिए फिजियोथेरेपी की भूमिका को अहम बताते हुये कहा कि बच्चों को किसी से कम नहीं आंके और उनके विकास के लिए धैर्य के साथ प्रयास करते रहे जिससे सफलता अवश्य मिलेगी। प्रशासनिक अधिकारी चंद्रवंशी ने अभिभावकों को शासन की योजनाओं के बारे में बताया। इस अवसर पर केन्द्र के सभी विशेषज्ञ रविन्द्र सनोडिया, डॉ.प्रियंका उइके, कमलेश डेहरिया, सोनम साहू, राधिका श्रीवास्तव व करिश्मा बोपचे उपस्थित थीं।


