इस जागरुकता अभियान का शुभारंभ यूटीएमटी कार्यालय जुन्नारदेव से किया गया, जिसका शुभारंभ उद्यानिकी विभाग के एस.डी.ओ. राकेश अरसे जी के द्वारा जागरुकता रथ को हरी झंडी दिखाकर व आम का पेड रोपित कर किया गया।राकेश आरसे ने कहा आपकी संस्था के द्वारा मधुमक्खी पालन के क्षेत्र में पर्यावरण संरक्षण के साथ_साथ किसानो की आजीविका को बढ़ाने का सराहनीय कार्य किया जा रहा है। उन्होंने इस जागरुकता कार्यक्रम की सफलता हेतु टीम को शुभकामनाएं प्रेषित की गई।
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मधुमक्खी पालन जागरुकता अभियान का आयोजन
एच.सी.एल. फाउंडेशन परियोजना क्षेत्र के 12 गांव (रेंगाभाटा, धाऊ, भीलमाढाना, खुदराढाना, कांगला, कामठीपानी, रतवाडोल, भरदी भौराखापा, बारूखेड़ा, बीजापाठर, पिंडरई) और
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मास्टरकार्ड परियोजना क्षेत्र के 4 गांव (कच्चखानी, पिंडरई, बेहडाढाना, मर्राम) बिजोरी में किया गया मधुमक्खी पालन जागरुकता अभियान में निम्न गतिविधियो का आयोजन किया जा रहा है: "मधुमक्खी जागरूकता रथ" का गांवो में गीत संगीत के साथ भ्रमण, नारेबाजी के साथ ग्राम स्तरीय "जागरूकता रैली", मधुमक्खी पालन के लिए नुक्कड़ नाटक का मंचन किया जा रहा है, मधुमक्खी पालन कार्यक्रम का उन्मुखीकरण औरशपथ समारोह।मधुमक्खी पालन जागरुकता अभियान का मुख्य उद्देश्य आदिवासीअंचलों में मधुमक्खीयो के संरक्षण और संवर्धन के लिए किसानों को प्रेरित करना हैं। जिससे मधुमक्खियों के पारम्परिक शिकार से बचाव एवं वैज्ञानिक पद्धति से मधुमक्खी पालन को प्रोत्साहित करना है। मधुमक्खी पालन कार्यक्रम से किसानों को होने वाले लाभों को उस विभिन्न नवाचारी रोचक गतिविधियों के माध्यम से जागरूक किया जा रहा है। जिससे किसानों को कम समय व लागत में अतिरिक्त आय के साधन को बढ़ावा हैं।इस मधुमक्खी जागरुकता अभियान के आयोजन में यूटीएमटी सोसायटी जुन्नारदेव की टीम से ओमप्रकाश पाठे, रेशमलाल डेहरिया, महादेव डेहरिया, महेश यदुवंशी, संजू यदुवंशी, करन राज भोपा, इतमन इवनती की मुख्य भूमिका रही।




