राजमाता सिंधिया शासकीय स्नातकोत्तर कन्या महाविद्यालय छिंदवाड़ा के तत्वाधान में प्राचार्या डॉ.अजरा एजाज के सफल कुशल नेतृत्व में स्वामी विवेकानन्द कैरियर मार्गदर्शन प्रकोष्ठ के अकादमिक उत्कृष्ट गतिविधि सत्र में "लेखन में हिंदी का महत्व, शुध्द लेखन एवं पत्र लेखन कला" विषय पर व्यक्तित्व विकास कार्यशाला संपन्न हुई । कार्यशाला में महाविद्यालय की लगभग 150 छात्राओं ने भाग लेकर मार्गदर्शन प्राप्त किया।
प्राचार्या डॉ.एजाज ने कहा कि व्यक्तित्व विकास के माध्यम से अपने व्यवहारिक ज्ञान को विकसित कर सकते हैं । उन्होंने बताया कि कार्यशाला में विषय विशेषज्ञ डॉ.कामाक्षा बिसेन ने कहा कि हिंदी शुध्द लेखन के लिए वर्ण व उनके उच्चारण स्थान का वास्तविक ज्ञान होना चाहिए । उन्होंने पत्र लेखन के महत्व पर भी अपने विचार व्यक्त किए । डॉ.प्रतिभा राजपूत ने कहा कि आज के इंटरनेट के युग में अंग्रेजी भाषा के ज्ञान से अपना कैरियर बना सकते हैं । आभार प्रदर्शन डॉ.मनिन्दर सिंह भाटिया ने किया। कार्यक्रम में विवेकानंद मार्गदर्शन प्रभारी प्रो.बिंदिया महोबिया, वर्ल्ड बैंक प्रभारी डॉ.प्रशांत बेलवंशी, डॉ.सुरेश अहिरवार, डॉ.संकेत चौकसे, डॉ.सुदीश सूर्यवंशी, डॉ.छबिनम श्रीवास्तव, डॉ.जितेन्द्र डेहरिया, डॉ.दीपा परतेती, श्री ढालसिंह गौतम व श्री शोभाराम जम्होरे उपस्थित थे।


